रायपुर। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद भाजपा की सरकार ने सीएम विष्णुदेव साय के नेतृत्व में कुशासन के खिलाफ सुशासन लाने की कवायद पर काम शुरू कर दिया है। पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार में हुए भारी भ्रष्टाचार की परत अब खुलने लगा है। जल को सहेजने के लिए जंगल के भीतर कई जगहों पर स्टॉपडैम बनाया गया है, जिसमें ठेकेदार एवं अधिकारियों की मिलीभगत से भारी भष्टाचार को अंजाम दिया गया है।

कवर्धा जिला के वन परिक्षेत्र रेंगाखार के ग्राम तितरी में जंगल के अंदर 24 लाख रुपए की राशि से निर्मित स्टॉप डैम निर्माण के चार महीने बाद ही भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ गया। मटेरियल कम लगे इसलिए नीचे बोरी में रेत मिट्टी का उपयोग करके उसके ऊपर वॉल बना दिया गया है। वॉल के बाजू में मिट्टी से भराई की गई साथ ही मजदूरों के बजाय मशीनों का उपयोग किया गया है। स्टॉप डैम के निर्माण के समय स्थानीय लोगों ने वन विभाग के अधिकारियों को जानकारी भी दी थी। इसके बाद भी कोई ध्यान नहीं दिया गया।

यही कारण है कि वर्तमान में हो रही हल्की बारिश में निर्माण कार्य की पोल खोलकर रख दिया है। क्षेत्र के लोग वन विभाग द्वारा कराए गए निर्माण कार्य से काफी नाराज है। लोगों को उम्मीद थी कि सही ढंग से निर्माण कार्य हो जाता तो उन्हें लंबे समय तक यह सुविधा मिलती। वहीं इस मामले में डीएफओ कहना है कि निर्माण कार्य की भुगतान नहीं किया गया है। सही तरीके से निर्माण नहीं किया गया था उसको पुनः ठेकेदार द्वारा बनवाया जाएगा।