भोपाल। यहां के परवलिया थाना क्षेत्र में बिना अनुमति के बालगृह का संचालन और यहां से 27 बच्चियों के लापता होने के मामले की जांच में कई खुलासे हुए, वहीं इस प्रकरण में हुई हुई लापरवाही को लेकर कलेक्टर ने CDPO समेत 3 कर्मियों को निलंबित कर दिया है। जिन बच्चियों का यहां रिकॉर्ड नहीं मिला उनके बारे में भी पता लगा लिया गया है।

कलेक्टर ने की यह कार्रवाई…

बालिका गृह के इस मामले की प्रशासन द्वारा कराई गई प्रारंभिक जांच की रिपोर्ट में लापरवाही उजागर होने पर कलेक्टर ने बाल विकास परियोजना अधिकारी (CDPO) बृजेन्द्र प्रताप सिंह (वर्तमान पदस्थापना गंजबासौदा) और कोमल उपाध्याय के साथ ही सुपरवाईजर मंजूषा राज को भी सस्पेंड कर दिया है।इसके अलावा महिला एवं बाल विकास अधिकारी सुनील सोलंकी एवं सहायक संचालक, महिला बाल विकास, रामगोपाल यादव को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

गायब बच्चियों का पता चला..

भोपाल के परवलिया थाना क्षेत्र में गैरकानूनी रूप से चल रहे बालगृह से कथित तौर पर लापता हुई 26 बच्चियों का पता लगा लिया गया है। इस केस में अधिक जानकारी देते हुए देहात एसपी प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस की शुरुआती जांच में खुलासा हुआ कि बालिकाएं लापता नहीं हुई हैं। वह मन न लगने की वजह से अपने माता-पिता के साथ घर चली गई है। सत्यापन की करवाई जारी है। इनमें से 10 बच्चियां अयोध्या नगर क्षेत्र, 13 बच्चियां अयोध्या बस्ती, 2 बच्चियां रूप नगर क्रेशर एरिया और एक बच्ची रायसेन की है। एसपी ने ये भी बताया कि बच्चियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।