जीपीएम। गौरेला पेंड्रा मरवाही में कलेक्टर प्रियंका महोबिया ने गुणवत्ताहीन कार्य करने पर नगर पालिका परिषद पेंड्रा के सब इंजीनियर स्वप्निल मिश्रा को निलंबित कर दिया है। खनिज न्यास निधि (DMF) से कलेक्टर ने शासकीय मल्टीपरपज स्कूल व शासकीय शारीरिक प्रशिक्षण महाविद्यालय के रिनोवेशन के लिए लाखों रुपए का काम स्वीकृत किया था, जिसमें गुणवत्ताहीन कार्य करवाने के मामले में कार्रवाई की गई है।

घटिया कार्य का दिया पूर्णता प्रमाण पत्र

निलंबन आदेश में कलेक्टर ने उल्लेख किया है कि “DMF से शासकीय मल्टीपरपज स्कूल के रेनोवेशन कार्य एवं शासकीय शारीरिक प्रशिक्षण महाविद्यालय पेण्ड्रा के रेनोवेशन कार्य में गुणवत्ताहीन कार्य होने व तकनीकी स्वीकृति के विपरीत कार्य होने के पश्चात भी कार्य पूर्णता प्रमाण-पत्र जारी करने संबंधी अनियमितता पर छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के नियम-9 के तहत सब इंजीनियर स्वप्निल मिश्रा को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है।”

शिकायतों की है लंबी फेहरिश्त

कलेक्टर जीपीएम, प्रियंका महोबिया से इस अनियमितता की शिकायत की गई थी, जिसकी जांच के बाद निलंबन की कार्यवाही की गई है। बताते चलें कि स्वप्निल मिश्रा लंबे समय से पेण्ड्रा में ही पदस्थ थे। इससे पहले उनके खिलाफ नगर पालिका क्षेत्र में गड़बड़ी की काफी शिकायतें हुई थी। सरकार बदलने के बाद कई आधे अधूरे कार्यों को उन्होंने अब पूरा कराना शुरू किया था, जबकि पहले हुई शिकायतों पर भी कार्रवाई लंबित है।

नया बस स्टैंड परिसर में शॉपिंग कॉम्पलेक्स में प्रथम तल पर दुकानों का अवैध तरीके से निर्माण कराये जाने की शिकायत भाजपा के स्थानीय नेताओं ने की थी, जिसमें सड़क मद की भूमि पर नगर पंचायत की नाली के ऊपर ही अतिक्रमण कर निर्माण किया जा रहा है, जिसकी शिकायत होने पर एसडीएम अमित बेक ने इस पर रोक लगाने का आदेश जारी किया था। स्टे आर्डर के बाद भी काम करवाया गया। सभी मामलों में शिकायत के बाद कलेक्टर ने विधिवत जांच हुए सब इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया।