कृषि विभाग की टीम ने शुक्रवार को दुकान और गोदाम में मारा छापा

रायपुर। राजधानी से लगे सेजबहार गांव में नकली खाद का गोदाम पकड़ाया है। दीक्षा सेल्स के नाम से खाद बीज की दुकान का यह गोदाम है। इसका संचालक ग्वालियर निवासी बताया गया है।

मिली जानकारी के मुताबिक कृषि विभाग की टीम ने शुक्रवार पूर्वान्ह इस दुकान और गोदाम में छापेमारी की। जहां दो सौ से अधिक बोरी नकली, अमानक खाद की बोरियां रखी हुई थी। यह भी बताया गया है कि विभाग को इसकी सूचना कुछ दिनों से थी और अफसर दुकानदार को मौके पर पहुंचने कह तीन चार दिनों से उसका इंतजार कर रहे थे। लेकिन वह नहीं आ रहा था। और आज यह कार्रवाई की।

अफसरों के मुताबिक इस दुकान का संचालक अमित शर्मा ग्वालियर का निवासी है । और वर्ष 2020 में कांग्रेस सरकार आने के बाद लाइसेंस मिलने ये बाद से कारोबार शुरू किया था। गोदाम में यूरिया, पोटाश, डीएपी आदि को करीब दो सौ से अधिक बोरे रखे हैं। इनमें से कई अमानक और नकली हैं। इनमें से अधिकांश बोरियों में रिजेक्शन के निशान लगे हुए हैं। साथ ही गोदाम में बारदाना सिलाई की एक मशीन भी मिली है। कृषि अफसरों का मानना है कि अमित, अमानक खाद को अन्य बोरियों में सील पैक कर दूरस्थ ग्रामीण इलाकों के किसानों को बेचता रहा है। कुछ यूरिया की बोरियों में लाल दाने भरे मिले हैं जो नकली है। अफसरों का कहना है कि यूरिया के दाने सफेद होते हैं। विभाग ने दुकान, गोदाम को सीज कर लिया है।

यहां बता दें कि सेजबहार ही नहीं भाठागांव और अन्य आउटर के इलाकों में खाद,बीज के और भी गोदाम हैं जहां यह नकली का कारोबार होता है । इनके संचालक, धमतरी, बेमेतरा,बालोद, राजनांदगांव, महासमुंद बलौदाबाजार के भीतरी इलाकों में अपने एजेंट के जरिए यह नकली खाद बीज खपाते हैं। इनमें से कुछ तो बड़े सरकारी सप्लायर भी हैं। जो सरकारी योजनाओं में भी अमानक माल बेचते हैं। विभाग में इनकी बड़ी पहुंच भी रहती है । छापों या जांच की इन्हें पहले से सूचना दे दी जाती है। कुछ छोटे कारोबारियों पर कार्रवाई कर अफसर अपनी ड्यूटी पूरी करते हैं। पिछले वर्ष एक बड़े सिख कारोबारी के यहां ईडी तक की छापेमारी हो चुकी थी।