0 भर्ती प्रक्रिया में है कई खामियां
0 छात्र संगठन ने की है जांच की मांग

रायपुर। कृषि मंत्री रामविचार ने पिछले दिनों महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय सांकरा (पाटन) में सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति प्रक्रिया को स्थगित रखने के निर्देश दिए थे। इसके साथ ही राज्यपाल एवं कुलाधिपति द्वारा भर्ती प्रक्रिया की जांच के लिए 3 सदस्यीय जांच कमेटी का आदेश जारी कर दिया गया है। इतना सब कुछ होने के बावजूद विश्विद्यालय प्रबंधन ने चयनित सहायक प्राध्यापकों की आनन-फानन में जॉइनिंग करवा दी। इसके बाद अब भर्ती के साथ जॉइनिंग की प्रक्रिया भी संदेह के दायरे में आ गई है।

ये है मामला…

वानिकी विश्वविद्यालय में दोषपूर्ण, नियम विरूद्ध भर्ती प्रक्रिया तथा प्रबंध मंडल के गठन में की गयी अनियमितता की शिकायत छात्र-छात्राओं ने कृषि मंत्री से की थी, जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए नियुक्ति प्रक्रिया स्थगित कर दी गयी। कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय सांकरा (पाटन) में सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति प्रक्रिया को स्थगित रखने के निर्देश जारी किये थे।

स्कोर कार्ड में गड़बड़ी की शिकायत

महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय पाटन में सहायक प्राध्यापक के 35 पदों की भर्ती के लिए तैयार किए गए स्कोर कार्ड में भारी गड़बड़ी की शिकायत मिली है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की गाइड लाइन के अनुसार पीएचडी एवं नेट की परीक्षा के लिए पृथक-पृथक अंक देना था, जो कि नहीं किया गया है। इस कारण बड़ी संख्या में पीएच.डी उम्मीदवार उपलब्ध होते हुए भी गैर पीएच.डी धारी अभ्यर्थियों का चयन एवं नियुक्ति की गई है। चयनित लोगों में कृषि-उद्यानिकी विभाग में REO के पद पर कार्य कर रहे अधिकारी भी शामिल हैं। कृषि मंत्री को की गयी शिकायत के बाद नियुक्ति को स्थगित करने का आदेश दिया गया है।

चयन समिति के गठन की प्रक्रिया भी दोषपूर्ण

सहायक प्राध्यापक की चयन समिति के गठन में भी दोषपूर्ण प्रक्रिया अपनाये जाने की शिकायत भी की गई है। विश्वविद्यालय की चयन समिति में कुलसचिव द्वारा साक्षात्कार के अंक दिए गए थे, परंतु कुछ अभ्यर्थियों के चयन में कुलसचिव को अंक देने से रोक दिया गया है। साथ में सहायक प्राध्यापक की नियुक्तियों को अनुमोदन देने वाले प्रबंध मंडल का गठन भी त्रुटिपूर्ण किया गया है। नामांकित व्यक्ति एवं विशेषज्ञ विश्वविद्यालय अधिनियम के अनुरूप नहीं थे। इससे छत्तीसगढ़ प्रदेश के पात्र एवं पीएच.डी उपाधि प्राप्त अभ्यर्थियों को साक्षात्कार में कम अंक देकर अन्य प्रदेश के उम्मीदवारों की नियुक्ति की गई है।

कृषि मंत्री के निर्देश के बावजूद कैसे दे दी गई जॉइनिंग

महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय में सहायक प्राध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया के बीते विधानसभा चुनाव के पहले से ही विरोध किया जा रहा था। तब दावा-आपत्ति के बाद आनन-फानन में उसका निराकरण किया गया और भर्ती को स्थगित कर दिया गया था। मगर जैसे ही भाजपा की सरकार सत्ता में आयी भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाते हुए चयनित उम्मीदवारों को भर्ती किये जाने का षड़यंत्र शुरू हो गया। उधर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा मामले की शिकायत किये जाने के बाद कृषि मंत्री रामविचार ने तत्काल भर्ती स्थगित करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही राज्यपाल के सचिव द्वारा 10 जनवरी को पत्र जारी कर 3 सदस्यीय जांच कमेटी इंदिरा गांधी कृषि विश्व विद्यालय के कुलपति की अध्यक्षता में गठित कर दिया गया।

इधर यह जानकारी सामने आ रही है कि कृषि मंत्री के निर्देश और जांच कमेटी गठित किये जाने के बावजूद सहायक प्राध्यापक के लिए चयनित सभी उम्मीदवारों को तत्काल जॉइनिंग दे दी गई। ऐसा करने के पीछे विश्वविद्यालय के कुलपति और अन्य अधिकारियों की मंशा साफ़ नजर आ रही है।

बैक डेट से जॉइनिंग दिलाने की आशंका

इस मामले में विश्वविद्यालय के सूत्र बता रहे हैं कि उम्मीदवारों को जिस तारीख में जॉइनिंग आदेश दिया गया, उसी तारीख को जॉइनिंग भी दिला दी गई। यह कार्य कृषि मंत्री से मिले निर्देश के पहले ही किये जाने की जानकारी दी जा रही है। इसमें वे उम्मीदवार भी शामिल हैं जो दूसरे राज्यों के हैं। ऐसा कैसे संभव है कि उन्हें जॉइनिंग लेटर दिया जाये और उन्होंने तत्काल जॉइनिंग भी दे दी।

जॉइनिंग की प्रक्रिया की भी जांच की मांग

कृषि मंत्री के निर्देश और जांच समिति के गठन के बावजूद उम्मीदवारों को जिस तरह जॉइनिंग दिलाई गई है अब उस प्रक्रिया की भी जांच की मांग उठने लगी है। आरोप लग रहे हैं कि कुलपति से लेकर प्रबंधन और भर्ती प्रक्रिया से जुड़े लोग एवं पूर्व की सरकार से संबंधित लोगों की मिलीभगत से यह खेल रचा गया है। बताया जा रहा है कि उम्मीदवारों द्वारा विधिवत जॉइनिंग दिखाते हुए इस मामले में हाई कोर्ट से स्टे लेने का प्रयास किया जायेगा।

ABVP के प्रदेश महामंत्री शुभम जायसवाल ने TRP न्यूज़ को बताया कि संगठन ने अपनी शिकायत में बैक डेट से जॉइनिंग की भी आशंका जताई है और इसकी जांच की भी मांग की है। बहरहाल देखना यह है कि कुलाधिपति द्वारा गठित समिति की जांच के क्या परिणाम सामने आते हैं।