रायपुर। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्रालय के अधिकारियों की उपस्थिति में आज कलिंगा विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस मनाया गया। यह कार्यक्रम कलिंगा इनक्यूबेशन फाउंडेशन (केआईएफ) और इंस्टीट्यूट्स इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी) द्वारा फार्मेसी संकाय के सहयोग से विश्वविद्यालय ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया था।

कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना एवं पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलन से हुई। गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत पौधों से किया गया। कैरियर और कॉर्पोरेट रिसोर्स सेन्टर (सीसीआरसी) के निदेशक पंकज तिवारी ने नवाचार और स्टार्टअप पर स्वागत भाषण दिया। कलिंगा विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. संदीप गांधी ने राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस समारोह के बारे में प्रकाश डाला और कहा कि कलिंगा विश्वविद्यालय स्टार्ट-अप के लिए एक मेजबान संस्थान है और बिजनेस आइडिया के लिए 15 लाख रुपये तक की अनुदान राशि प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन महत्वाकांक्षी व्यवसायों के लिए दिलचस्प संभावनाएं प्रदान करते हैं।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एमएसएमई रायपुर के संयुक्त निदेशक राजीव एस थे। उन्होंने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों के बारे में जानकारी साझा की। एमएसएमई के उमेश प्रसाद ने विनिर्माण इकाइयों पर बहुमूल्य जानकारी दी।

सम्मानित अतिथि छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय (सीएसवीटीयू) भिलाई के प्रोफेसर और आईईईई के वरिष्ठ सदस्य डॉ. आरएन पटेल थे। अपने संबोधन के दौरान, उन्होंने उल्लेख किया कि छात्रों को लागत प्रभावी जल फिल्टर, बाजरा-आधारित व्यंजन, किसानों के लिए मिट्टी परीक्षण किट, ग्रामीण लोगों के लिए पालक-आधारित स्वास्थ्य पेय या ऐसे किसी भी विचार के बारे में नवीन विचारों के साथ आना चाहिए। वे अपने स्टार्ट-अप को समर्थन/वित्तपोषित करेंगे।

मुख्य वक्ता सीएसवीटीयू फाउंडेशन फॉर रूरल टेक्नोलॉजी एंड एंटरप्रेन्योरशिप के युवा सीईओ अग्रांशु द्विवेदी ने अपनी प्रेरक कहानियों से छात्रों को प्रेरित किया।

बैठक में उपस्थित सफल उद्यमियों शैलेन्द्र आनंद, कविता सोनी एवं आयुषी चौधरी द्वारा सफलता की कहानियाँ साझा की गईं। अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। धन्यवाद ज्ञापन कलिंगा विश्वविद्यालय की सॉफ़्टस्किल प्रशिक्षक पिंकी दोशी ने किया। कलिंगा विश्वविद्यालय की अर्शप्रीत समारोह की सूत्रधार थीं।