अनुसंधान एवं नवाचार को बढ़ावा देने पर होगा विचार मंथन

बिलासपुर। गुरु घासीदास विश्वविद्यालय(केन्द्रीय विश्वविद्यालय) में 18 व 19 जनवरी, 2024 को भारतीय विश्वविद्यालय संघ मध्य क्षेत्र के कुलपतियों का सम्मलेन आयोजित है। इसके पूर्व दिनांक 17 जनवरी, 2024 को प्रशासनिक भवन के सभाकक्ष में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया, जिसे प्रो. जी.डी. शर्मा, अध्यक्ष भारतीय विश्वविद्यालय संघ, डॉ. पंकज मित्तल, महासचिव, भारतीय विश्वविद्यालय संघ एवं प्रो.विनय कुमार पाठक, उपाध्यक्ष, भारतीय विश्वविद्यालय संघ ने संबोधित किया। इस अवसर पर केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल सहित कुलसचिव एवं संयोजक एआईयू मध्य क्षेत्र कुलपति सम्मेलन भी उपस्थित रहे।
डॉ. पंकज मित्तल, महासचिव, भारतीय विश्वविद्यालय संघ ने कहा कि एआईयू पूरे विश्व में विश्वविद्यालयों का सबसे बड़ा संगठन है। विदेश से उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को समकक्षता प्रमाण पत्र भी प्रदान करता है। एआईयू के तत्वावधान में प्रतिवर्ष कुलपतियों के 6 सम्मेलन आयोजित किये जाते हैं। इनमें से एक राष्ट्रीय सम्मेलन होता है जिसमें पूरे देश के कुलपति शामिल होते हैं। विश्व के 16 अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय भी एआईयू के सदस्य हैं।
प्रो. जी.डी. शर्मा, अध्यक्ष भारतीय विश्वविद्यालय संघ ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर चर्चा करते हुए कहा कि भारतीय दर्शन हमेशा सहयोगात्मक रहा है। इसे शिक्षा प्रणाली में समाहित करने का प्रयास किया जा रहा है। विकसित भारत अभियान के अंतर्गत देश को 2047 तक विकसित राष्ट्रों की कतार में खड़ा करना हम सभी का उद्देश्य एवं संकल्प है। लेकिन सिर्फ विकसित होना हमारा मानदंड नहीं है बल्कि हमारा मानदंड खुशी एवं संतुष्टि से जुड़ा हुआ है।
विश्वविद्यालय के सीयू के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि भारतीय विश्वविद्यालय संघ ने गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय पर भरोसा जताया और मध्य भारत के कुलपतियों का सम्मेलन आयोजित करने की अनुमति दी है। यह आयोजन प्रदेश ही नहीं देश में मील का पत्थर साबित होगा।
इससे पूर्व कुलसचिव प्रो. मनीष श्रीवास्तव ने अतिथियों एवं मीडियाकर्मियों का स्वागत किया। भारतीय विश्वविद्यालय संघ के पदाधिकारियों ने पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए उनकी जिज्ञासा शांत की।
उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल लगातार इस सम्मलेन की तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं। सम्मलेन की थीम है-“नरचरिंग रिसर्च एंड इनोवेशन सिस्टम” (अनुसंधान एवं नवाचार को बढ़ावा)। इसमें छत्तीसगढ़ सहित छह राज्यों के 55 कुलपति शामिल होंगे। दिनांक 18 जनवरी, 2024 को उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि विश्वभूषण हरिचंदन,  राज्यपाल, छत्तीसगढ़ होंगे।
भारतीय विश्वविद्यालय संघ मध्य क्षेत्र के कुलपतियों का सम्मलेन 2023-24 का उद्घाटन समारोह दिनांक 18 जनवरी, 2024 को पूर्वाह्न 10 बजे आयोजित है। विशिष्ट अतिथि के रुप में डॉ. अतुल कोठारी, सचिव, शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, नई दिल्ली उपस्थित रहेंगे। अध्यक्षता प्रो.जी.डी. शर्मा, अध्यक्ष भारतीय विश्वविद्यालय संघ करेंगे। प्रो.विनय कुमार पाठक, उपाध्यक्ष, भारतीय विश्वविद्यालय संघ एवं डॉ. पंकज मित्तल, महासचिव, भारतीय विश्वविद्यालय संघ भी समारोह को सम्बोधित करेंगी। उद्घाटन समारोह के बाद पूर्वाह्न 11.45 से अपराह्न 1.15 बजे तक शीर्ष निकायों के अधिकारियों के साथ संवाद का सत्र होगा। इस सत्र के अध्यक्ष प्रो.विनय कुमार पाठक, उपाध्यक्ष, भारतीय विश्वविद्यालय परिसंघ एवं सह-अध्यक्ष डॉ. पंकज मित्तल, महासचिव, भारतीय विश्वविद्यालय संघ होंगी। इस सत्र के वक्ताओं में प्रो. गणेसन कन्नाबिरण, निदेशक, नैक, बैंगलोर, डॉ. सीमा जग्गी, एडीजी (एजुकेशन) आईसीएआर एवं डॉ. आर. के. सोनी एडवाइजर-II, एआईसीटीई, नई दिल्ली हैं। अपराह्न 1.15 से 2.00 बजे तक एआईयू बिजनेस सत्र आयोजित है। इस सत्र के अध्यक्ष प्रो.जी.डी.शर्मा, अध्यक्ष भारतीय विश्वविद्यालय संघ एवं सह-अध्यक्ष डॉ.पंकज मित्तल, महासचिव,भारतीय विश्वविद्यालय संघ होंगी।
  6 राज्यों के विश्वविद्यालय होंगे शामिल
भारतीय विश्वविद्यालय संघ मध्य क्षेत्र के अंतर्गत छतीसगढ़, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, उड़ीसा एवं तेलंगाना राज्य के केन्द्रीय विश्वविद्यालय, राज्य विश्वविद्यालय, मानित विश्वविद्यालय, निजी विश्वविद्यालय एवं राष्ट्रीय महत्त्व के संस्थान आते हैं।
00 भारतीय विश्वविद्यालय संघ
सन 1925 में स्थापित भारतीय विश्वविद्यालय संघ (एआईयू), देश के प्रमुख शीर्ष उच्च शिक्षा संस्थानों में से एक है। यह उच्च शिक्षा, खेल और संस्कृति के क्षेत्र में भारत सरकार का एक शोध-आधारित नीति सलाह संस्थान है। भारतीय विश्वविद्यालयों के एक प्रतिनिधि निकाय के रूप में, यह भारतीय विश्वविद्यालयों के बीच सहयोग और समन्वय की सुविधा प्रदान करता है और विश्वविद्यालयों के बीच संपर्क स्थापित करता है। वर्तमान में 16 विदेशी सहित लगभग 981 विश्वविद्यालय भारतीय विश्वविद्यालय संघ के सदस्य हैं। देश के प्रथम उप-राष्ट्रपति शिक्षाविद डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन, डॉ. जाकिर हुसैन, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, डॉ. के.एल. श्रीमाली और ए.एल.मुदालियार जैसे ख्याति प्राप्त विद्वान भारतीय विश्वविद्यालय संघ के अध्यक्ष रहे हैं। वर्तमान में प्रो.जी.डी.शर्मा इसके अध्यक्ष हैं।
00 तीन तकनीकी सत्र और एक एआईयू बिजनेस सत्र
दोपहर के भोजन के बाद पहला तकनीकी सत्र अपराह्न 3 बजे प्रारंभ होकर सायं 4.45 बजे तक आयोजित किया जाएगा। इस सत्र का विषय है- “सहयोगात्मक अनुसंधान नेटवर्क: अंतरविषयक अनुसंधान को बढ़ावा”। इस सत्र की अध्यक्षता प्रो. अरुण दिवाकर नाथ बाजपेयी, कुलपति, अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर करेंगे। इस सत्र में प्रो.डी. रविन्दर, कुलपति उस्मानिया विश्वविद्यालय, इंदौर, प्रो.पृथ्वी यादव, कुलपति, सिम्बियासिस यूनिवर्सिटी, इंदौर एवं प्रो. भीमार्या मेत्री, निदेशक भारतीय प्रबंधन संस्थान, नागपुर का व्याख्यान होगा। दूसरे तकनीकी सत्र का समय सायं 4.45 से 6.15 बजे तक है। इस सत्र का विषय है- उद्यमिता एवं नवाचार:विचार से प्रभाव तक”। सत्र के अध्यक्ष प्रो. रमा शंकर वर्मा, निदेशक, मोतीलाल नेहरु राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, इलाहाबाद होंगे। प्रो. रेणु जैन,कुलपति, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर,प्रो. सुभाष आर. चौधरी, राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर यूनिवर्सिटी, नागपुर एवं प्रो. आरवीआर कृष्णा चलम, कुलपति, वोक्ससेन यूनिवर्सिटी,हैदराबाद इस सत्र के वक्ता होंगे। सायं 6.15 बजे परिसर भ्रमण होगा। वहीँ रात्रि में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा।
सम्मलेन के दूसरे दिन पूर्वाह्न 10.30 से मध्याह्न 12 बजे तक तृतीय तकनीकी सत्र  “अनुसंधान के लिए नवीन अनुदान माडल ”विषय पर आयोजित किया जाएगा। इस सत्र की अध्यक्षता प्रो. नीलिमा गुप्ता, कुलपति, डॉ.हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर (मप्र) करेंगी। सत्र के वक्ता होंगे- प्रो.पी.के. बिस्वास,कुलपति,जागरण लेकसिटी यूनिवर्सिटी भोपाल, प्रो.अंकुर अरुण कुलकर्णी, सेज यूनिवर्सिटी, इंदौर एवं राजेन्द्र त्रिपाठी, ब्रिटिश काउंसिल।
भारतीय विश्वविद्यालय संघ मध्य क्षेत्र के कुलपतियों का सम्मलेन आयोजित करने के लिए गठित समिति के मुख्य संरक्षक प्रो. आलोक कुमार चक्रवाल, कुलपति, गुरु घासीदास विश्वविद्यालय, डॉ.श्रीमती पंकज मित्तल, महासचिव, भारतीय विश्वविद्यालय संघ एवं डॉ.सिस्टला रमा देवी, सम्पादक यूनिवर्सिटी न्यूज हैं। वहीँ संरक्षक/नोडल अधिकारी प्रो.मनीष श्रीवास्तव, कुलसचिव, गुरु घासीदास विश्वविद्यालय, बिलासपुर एवं संयोजक प्रो. रत्नेश सिंह, निदेशक मानव संसाधन विकास केंद्र, गुरु घासीदास विश्वविद्यालय, बिलासपुर हैं।