राज्य के विधायकों और सांसदों को रामजन्मभूमि ले जाने की योजना

मुंबई। अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए चौबीस घंटे से भी कम समय शेष है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई दिग्गज इस कार्यक्रम में पहुंचेंगे। इस बीच, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि वह सोमवार को होने वाले समारोह में शामिल नहीं होंगे। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वह अपने मंत्रिमंडल के साथ-साथ राज्य के विधायकों और सांसदों को बाद में रामजन्मभूमि ले जाने की योजना बना रहे हैं।

मुख्यमंत्री शिंदे ने यहां आयोजित टाटा मैराथन से इतर पत्रकारों से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में मुट्ठीभर लोगों के शामिल होने के बजाय मैं बाद में राज्य मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों, विधायकों व सांसदों को ले जाना चाहता हूं।’

उन्होंने कहा, ‘मंदिर हमारे लिए आस्था और गौरव का विषय है। इसलिए, मैं अधिकारियों और भक्तों को राम मंदिर ले जाना चाहता हूं।’ शिंदे ने कहा कि समारोह से पहले अधिकारियों को मंदिरों में स्वच्छता अभियान चलाने और उन्हें रोशनी से सजाने के निर्देश दिए गए हैं। इससे एक दिन पहले उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वह राम सेवा के लिए फरवरी में अयोध्या जाएंगे।

इससे पहले, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी कहा कि वह कल होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि वह झंडेवालान मंदिर से इस समारोह को प्रसारण देखेंगे। उन्होंने समारोह में आमंत्रित करने के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का सोशल मीडिया पर आभार जताया। उन्होंने कहा, भव्य राम मंदिर पांच सौ वर्षों के संघर्ष के बाद बनाया जा रहा है। मैं और मेरा परिवार 22 जनवरी के बाद मंदिर दर्शन के लिए जाएंगे।