दुर्ग। प्रतिबन्ध के बावजूद छत्तीसगढ़ में भी चाइनीज मांझे का इस्तेमाल किया जा रहा है। आज ऐसे ही मांझे से एक बाइक सवार युवक का गाला कट गया और उसकी दर्दनाक मौत हो गई।

यह हादसा भिलाई तीन थाना अंतर्गत जी केबिन चरौदा इलाके में हुआ। जहां के रहने वाले अज्जू (18 साल) पिता विरेंद्र का पतंग के मांझे से गला कट गया। आसपास के लोगों ने उसे लहूलुहान हालत में लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला पहुंचाया। वहां से उसे दुर्ग जिला अस्पताल भेजा गया। मगर इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।

बाइक में बच्चे को बिठा कर जा रहा था अज्जू…

बताया जा रहा है कि आज सुबह देव बलौदा जाने मार्ग के पास कुछ लड़के पतंग उड़ा रहे थे। इसी दौरान अज्जू अपनी बाइक में पीछे पांच साल के विहान को बैठाकर जा रहा था। तभी पतंग का मांझा उसके गले से फंस गया। अज्जू की बाइक आगे बढ़ती गई और मांझा उसके गले में कस गया और गले का एक हिस्सा कटकर लहूलुहान हो गया।

मांझे से फंस कर गिरा तो बच्चे को भी आयी चोट

घायल अज्जू बाइक सहित सड़क पर गिर गया। इससे पीछे बैठे विहान के सिर पर भी गहरी चोट आई। आसपास के लोगों ने तुरंत पुलिस की 112 वहां सेवा को फोन करके बुलाया। दोनों को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज के बाद अज्जू को दुर्ग जिला अस्पताल रेफर कर दिया। दुर्ग में डॉक्टरों ने उसे बचाने का काफी प्रयास किया, लेकिन गला अधिक कट जाने और खून बह जाने के चलते उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। उधर सर पर चोट की वजह से पांच साल के विहान की हालत गंभीर बनी हुई है। उसका इलाज चल रहा है।

इस हादसे के बाद पुलिस ने अज्जू के शव को पोस्ट मार्टम के लिए जिला अस्पताल की मरचुरी में रखवा दिया है और मामले की जांच कर रही है।

पिछले साल भी दुर्ग में हुई थी घटना

दुर्ग में ही पिछले साल चाइनीस मांझा से एक बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया था। बच्चे का गला चाइनीज मांझा की धार से कट गया और उसे गंभीर अवस्था में चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। इस घटना में बच्चे की सांस की नली व दिमाग से हार्ट तक खून पहुंचाने वाली जुगलर वैन कट गई थी। तब वेंटिलेटर से बच्चे को सांस देने का इंतजाम किया गया और उसके बाद डॉक्टरों की टीम ने सर्जरी कर नली व वेन को जोड़कर उसकी जान बचाई। मगर आज हुए हादसे में अत्यधिक रक्तश्राव की वजह से 18 वर्षीय अज्जू को बचाया नहीं जा सका।

चाइनीज मांझे से देश भर में हो रहे हैं हादसे

चाइनीज मांझे की बिक्री पर प्रतिबंध है, बावजूद इसके देशभर में चाइनीज मांझा बेचा रहा है। अक्सर मकर संक्रांति के दिन से मांझे से लोगों के घायल और मौत हो जाने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। इस वर्ष भी संक्रांति के दिन इस तरह की घटना में कुछ मौते हुई थीं। चाइनीज मांझे या इसे तरह के खतरनाक धागे के बारे में जानते हुए भी लोग इसे बेच रहे हैं और परिजन अपने बच्चों को इस तरह का मांझा इस्तेमाल करने को दे रहे हैं। इस तरह के मांझे के चलते लोगों के घायल होने के साथ ही आकाश में विचरण करने वाले पक्षी भी बड़ी संख्या में हताहत हो जाते हैं।