नई दिल्ली। ‘भारत विरोधी’ मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। मालदीव में इस वक्त स्थिति भारत और चीन के इर्द-गिर्द घूम रही है। मुइज्जू जो चीन का समर्थन कर रहे हैं तो विपक्षी दलों के बयानों से वह भारत समर्थक कहे जा सकते हैं। हाल ही में मुइज्जू ने विपक्ष की मंजूरी के बिना चार सांसदों को अपनी कैबिनेट में शामिल किया। मुइज्जू के इस कदम से खफा होकर मुख्य विपक्षी दल और संसद में सबसे अधिक संख्या बल वाली एमडीपी ने मुइज्जू के खिलाफ महाभियोग लाने की तैयारी शुरू कर दी। अब स्थानीय समाचार आउटलेट्स की रिपोर्ट है कि मुइज्जू की खुद की पार्टी पीएनसी के कई सांसदों ने विपक्षी दलों को अपना समर्थन देने में रुचि दिखाई है।

चीन से दोस्ती को अपने लिए पहला कर्तव्य मानने वाले मोहम्मद मुइज्जू को मालदीव का राष्ट्रपति महज तीन महीनों का वक्त हुआ है लेकिन, उनकी गद्दी खतरे में आ गई है। वजह है- मुइज्जू के खिलाफ महाभियोग की तैयारी। मालदीव की संसद में सबसे अधिक संख्या बल वाली पार्टी मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) ने डेमोक्रेट्स की मदद से मुइज्जू को सत्ता से हटाने के लिए कदम बढ़ा दिए हैं। मुइज्जू पर महाभियोग का खतरा इसलिए मंडरा रहा है क्योंकि, मालदीव की संसद में विपक्ष को उन्हें पद से हटाने के लिए 54 सांसदों की शक्ति चाहिए, जबकि विपक्ष का दावा है कि उनके पास 56 सांसद हैं।

इस बीच चौंकाने वाली खबर यह है कि सत्तारूढ़ पार्टी पीएनसी के कुछ सांसदों ने उन्हें पद से हटाने के लिए विपक्षी मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) और डेमोक्रेट्स के साथ काम करने में रुचि व्यक्त की है। पीपुल्स मजलिस (संसद) में 42 सदस्यों वाली सबसे बड़ी पार्टी एमडीपी, मोहम्मद मुइज्जू पर महाभियोग चलाने के लिए डेमोक्रेट के साथ काम कर रही है।

मालदीव के समाचार आउटलेट Adhadhu में छपि रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार को एमडीपी के उपाध्यक्ष अहमद अब्दुल्ला ने कहा कि सत्तारूढ़ पीपुल्स नेशनल कांग्रेस (पीएनसी) के कुछ सांसदों ने राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को हटाने के लिए विपक्ष के साथ काम करने में रुचि व्यक्त की है। एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, “क्या राष्ट्रपति पर महाभियोग चलाने में अन्य दलों के लोगों की दिलचस्पी है? यह अब भी है। उन्होंने कहा कि हमारा मानना ​​है कि यह सरकार के लोगों के समर्थन से किया जाएगा।”

मुइज्जू की विदाई कब

आउटलेट Sun.mv के अनुसार, 87 सदस्यीय मालदीव संसद में एमडीपी और डेमोक्रेट के पास कुल मिलाकर 56 सांसद हैं। मालदीव का संविधान 56 मतों से राष्ट्रपति पर महाभियोग चलाने की अनुमति देता है। हालांकि, हाल ही में महाभियोग प्रक्रिया से संबंधित संसद की प्रक्रिया के नियमों में कुछ बदलाव किए गए थे। संशोधित नियमों के अनुसार, संसद की कुल सदस्यता मौजूदा सांसदों की संख्या होगी। रिपोर्ट के अनुसार, कुल सदस्यता 87 सांसदों पर विचार करने के बजाय, संख्या को घटाकर 80 सांसदों पर ला दिया गया है। इससे महाभियोग में बहुमत की संख्या भी कम हो जाएगी।

गौरतलब है कि राष्ट्रपति मुइज्जू पर महाभियोग चलाने के लिए विपक्ष का कदम तब आया है जब सत्तारूढ़ गठबंधन के सांसदों ने कुछ मंत्रिस्तरीय नियुक्तियों को अस्वीकार करने के फैसले के खिलाफ नियुक्तियां कर डाली और संसद की बैठक में बाधा डाली थी।