बिलासपुर। प्रदेश सरकार की ओर से शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई तरह की योजनाएं संचालित की जा रही है । बच्चों को बेहतर शिक्षा मिले इसके लिए स्कूल,कॉलेजों में योग्य शिक्षकों की भर्ती भी की गई है। लेकिन शिक्षकों की लापरवाही के चलते स्कूल कॉलेजों में शिक्षा व्यवस्था की स्थिति काफी खराब है। जिम्मेदार शिक्षकों द्वारा छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। तय समय पर शिक्षकों द्वारा सेमेस्टर एग्जाम का कोर्स पूरा नहीं कराया गया जिसके परिणाम स्वरूप सेमेस्टर एग्जाम में छात्र परीक्षा के दौरान नकल करते पकड़े गए हैं। मामला बिलासपुर के अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी का है जहां सेमेस्टर एग्जाम में छात्र खुलेआम नकल करते पकड़े गए। BSC फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट परीक्षा हाल में मोबाइल लेकर गूगल से केमेस्ट्री के आंसर मांग रहे थे। उड़नदस्ता टीम की रिपोर्ट के बाद यूनिवर्सिटी ने एक्शन लेते हुए कॉलेज प्रबंधन को नोटिस जारी कर उसका एग्जाम सेंटर बदल दिया है। जांच के लिए तीन सदस्यी कमेटी भी गठित की गई है।

पूरा मामला पचपेड़ी के संत गुरु घासीदास कॉलेज का है। अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी से संबद्ध 43 कॉलेज हैं, जहां UG-PG और डिप्लोमा कोर्सेस के सेमेस्टर की परीक्षाएं चल रही है। शिक्षण सत्र 2023-24 विषम सेमेस्टर की परीक्षा केंद्रों में जांच के लिए उड़नदस्ता दल का गठन भी किया गया है, जो लगातार कॉलेजों का निरीक्षण कर रहा है।

दरअसल केमेस्ट्री के एग्जाम के दौरान पचपेड़ी के संत गुरु घासीदास कला एवं विज्ञान महाविद्यालय स्थित एग्जाम सेंटर में नकल कराने का अनोखा मामला सामने आया। जब उड़नदस्ता टीम के सदस्य कॉलेज पहुंचे, तब परीक्षा हॉल में अफरातफरी का माहौल बन गया। परीक्षा हाल में छात्र मोबाइल का उपयोग करते मिले। एक छात्र तो बाकायदा नकल लिख रहा था। कुछ कमरों में चुटका भी फेंके गए। अधिकारियों की मानें तो परीक्षा केंद्र की स्थिति संदिग्ध लग रही थी, जिसके बाद इस घटना की जानकारी तत्काल एग्जामिनेशन कंट्रोलर डा. तरुणधर दीवान को दी गई।