सगा भाई अर्जुन सिंह यादव भी सहयोगी के तौर पर शामिल था

भिलाई। महादेव सट्टा ऐप मामले में निलंबित आरक्षक को बर्खास्त कर दिया गया है। आरक्षक भीम सिंह यादव की बर्खास्तगी की यह जानकारी खुद दुर्ग एसपी जितेंद्र शुक्ल ने दी है। महादेव सट्ट केस में आरोपी आरक्षक भीम सिंह यादव का सगा भाई अर्जुन सिंह यादव भी सहयोगी के तौर पर शामिल था।

आरोपी आरक्षक भीम सिंह यादव निलंबित होने से पहले सुपेला थाने में पदस्थ था। भीम सिंह पर आरोप है कि वो महादेव सट्टा एप के गोरखधंथे में शामिल था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था जहां से उसे जेल भेज गया।

ED कर रही है जांच

प्रवर्तन निदेशालय महादेव सट्टा एप केस की जांच कर रही है। दुर्ग एसपी जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि पुलिस की सेवा में रहते हुए गलत कामों में भीम सिंह यादव लगा था हुआ था। भीम सिंह यादव की वजह से पुलिस की छवि खराब हुई।

पुलिस की छवि खराब करने और गलत कामों में शामिल होने की सजा उसे विभाग की ओर से मिली है। जांच के दौरान जब पूरे आरोप साबित होंगे तो कोर्ट अलग से उनको जो सजा देगी वो उसके लिए एक बड़ा सबक साबित होगा।

भूपेश बघेल तक पहुंची थी जांच की आंच

महादेव सट्टा एप में भूपेश बघेल के खिलाफ भी कई संगीन आरोप लगे थे। आरोप था कि भूपेश बघेल ने चुनाव में खर्च के लिए 508 करोड़ की राशि महादेव सट्टा एप के जरिए ली थी।

हालांकि पूरे मामले की जांच ईडी के जरिए अभी भी जारी है। सौरभ चंद्राकर और रवि उपल्ल की जानकारी देने वालों को प्रशासन की ओर से 35 हजार का इनाम देने की भी घोषणा की है। फिलहाल सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल दोनों ईडी और पुलिस की पहुंच से बाहर हैं।