जशपुरनगर। शपुर अंचल सहित पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में कर्मा नृत्य सुप्रसिद्ध है। मांदर की थाप, आकर्षक वेशभूषा और आदिवासी लोक नर्तकों की लयबद्धता भला किसको आकर्षित नहीं करेगी। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय भी अपने आप को नहीं रोक सके और अपने गृहग्राम बगिया में कर्मा दलों के आग्रह पर सपत्निक शामिल होकर नृत्य किया। एक मंझे लोक कलाकार की तरह नृत्य करते हुए मुख्यमंत्री साय को देखकर जनमानस को सुखद अनुभूति हो रही थी कि उनमें आदिवासी संस्कृति के प्रति वहीं आदर भाव और सम्मान है।

हमर बोली, हमर भाखा
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) February 10, 2024
हमर संस्कृति, हमर नाचा
"सुग्घर हे"
मोर आदिवासी मितान मन के करमा नृत्य म मांदर के मोर थाप… pic.twitter.com/aB8CZQD3h9
कर्मा आदिवासी समाज का प्रमुख नृत्य है। भादो मास की एकादशी को उपवास के पश्चात् करम वृक्ष की शाखा को घर के आंगन या चौगान में रोपित किया जाता है। दूसरे दिन कुल देवता को नवान्न समर्पित करने के बाद ही उसका उपभोग शुरू होता है। कर्मा नृत्य नई फसल आने की खुशी में किया जाता है।
आदिवासियों को नृत्य करते देख, झलका मुख्यमंत्री का माटी के प्रति प्रेम, मांदर की थाप पर झूमे मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) February 10, 2024
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने अपने गांव बगिया में जब कलाकारों को नृत्य करते हुए देखा तो मुख्यमंत्री जी से रहा नही गया और वो भी मांदर की ताल पर झूमने… pic.twitter.com/GgbfApoB8E