कारनामों से फिर सुर्खियों में,छात्र-छात्राओं ने घेरा विवि, पुलिस से झूमाझटकी
अंबिकापुर। सरगुजा का संत गहिरा गुरु विश्विद्यालय अपने कारनामो के कारण हमेशा ही सुर्खियों में रहता है और इस बार कॉपी चेकिंग को लेकर विवि सवालों के घेरे में है। छात्रों का आरोप है कि वाणिज्य, विज्ञान, कला जैसे विषयों में एक ही केंद्र के सैकड़ों छात्रों को 0 नंबर दे दिया गया जो कि समझ से परे है। यही नहीं हजारों छात्र अलग-अलग विषयों में फेल कर दिए गए जिसे लेकर रिचेकिंग करने पर अब तक परीक्षा परिणाम घोषित नहीं हो सके हैं।
यहां विवि प्रबंधन के सम्बद्ध शिक्षा ग्रहण करने वाले हजारों छात्रों को विवि ने न सिर्फ फेल कर दिया बल्कि सैकड़ो छात्रों को शून्य अंक भी दिए गए है। गंभीर बात ये की रिचेकिंग के नाम पर फीस लेकर छात्रों से एक्जाम भी ले लिया गया मगर उनके परिणाम आज तक घोषित नही किये गए।
सरगुजा जिले के संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय प्रबंधन के लापरवाही के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ मिलकर सैकड़ो छात्र-छात्राओं ने विश्वविद्यालय प्रबंधन का घेराव किया। इस दौरान आंदोलनकारियों की पुलिस से झड़प भी हुई और जब कुल सचिव ने छात्रों की समस्याओं का निराकरण करने का आश्वासन दिया तब छात्र शांत हुए।
इसके साथ ही छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रबंधन पर आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय प्रबंधन छात्रों के हित को लेकर जरा भी गंभीर नहीं। यहां लगातार छात्र अपनी समस्या को लेकर चक्कर लगाते रहते हैं, मगर उनके समस्या का निराकरण नहीं हो पाता।
पुलिस से जमकर झड़प
ऐसे में अब छात्र असमंजस में है और उन्हें किस कक्षा का एग्जाम देना है यह स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही। इसके लिए कई बार विश्वविद्यालय प्रबंधन के चक्कर काटने के बाद भी निराकरण नहीं निकलने पर महाविद्यालय के सैकड़ों छात्र छात्राओं ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ मिलकर विश्वविद्यालय प्रबंधन का घेराव किया। इस दौरान पुलिस के द्वारा लगाए गए बैरिकेट्स को भी गिराते हुए छात्र विश्वविद्यालय के गेट तक पहुंच गए और पुलिस से उनकी जमकर झड़प भी हुई।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव विनोद एक्का के द्वारा इस मामले को संज्ञान में लेते हुए इसके लिए पहल करने के आश्वासन पर छात्र-छात्राए शांत हुए मगर उन्होंने यह भी चेतावनी दी है कि अगर उनकी समस्या का निराकरण नहीं होता तो वह फिर आंदोलन करेंगे। ऐसे में कहा जा सकता है कि सरगुजा का संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय प्रबंधन अपने कारनामों को लेकर हमेशा ही सुर्खियों में रहता है। जिससे छात्र-छात्राओं की हित की अनदेखी हो रही है।