उत्तर के अलावा दक्षिण भारत के कई राज्यों के बड़े नेताओं से बातचीत

नई दिल्ली । कांग्रेस नेता कमलनाथ के भाजपा में आने की अटकलें लगाई जा रही हैं। उनके साथ-साथ एक अन्य बड़े कांग्रेस नेता मनीष तिवारी के भी भाजपाई खेमे में आने की चर्चा जोरों से चल रही है। इस बीच, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने दावा किया है कि अगले एक महीने के अंदर विपक्ष के कई बड़े नेता भाजपा ज्वाइन करेंगे। इनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री, सांसद-विधायक और बड़े नेता शामिल होंगे।

भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में भाग लेने के अवसर पर अनुराग ठाकुर ने कहा कि विपक्ष के भी अनेक नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों को देश को आगे बढ़ाने के लिए सही मानते हैं। वे अपनी पार्टीगत बाध्यताओं के चलते खुलकर अपनी बात नहीं रख पाते, लेकिन उनकी आस्था प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों में है। यही कारण है कि वे अपनी-अपनी पार्टियों को छोड़कर भाजपा में आ सकते हैं।

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की यह बात इस अर्थ में बेहद महत्वपूर्ण है कि पीएम मोदी ने भाजपा कार्यकर्ताओं को पार्टी के लिए इस लोकसभा चुनाव में 370 सीटें जिताने का लक्ष्य दे रखा है। भाजपा पहले ही अपने सर्वोच्च स्तर पर है। ऐसे में माना जा रहा है कि 370 सीटें जीतने का लक्ष्य तभी हासिल हो सकता है, जब विपक्षी दलों के कई बड़े नेता भाजपा में आ जाएं और वे अपने प्रभाव वाली सीटों पर भाजपा को जिताने का काम करें।

भाजपा की ठोस रणनीति

भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की बातचीत उत्तर भारत के अलावा दक्षिण भारत के कई राज्यों के बड़े नेताओं से भी चल रही है। इसमें आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु और केरल जैसे राज्य भी शामिल हैं। भाजपा नेताओं का मानना है कि उत्तर भारत के बल पर पार्टी पहले ही 303 के आंकड़े को छू चुकी है, सहयोगी दलों के साथ यह आंकड़ा 330 से ऊपर पहुंच चुका है। ऐसे में यदि उसे दक्षिण भारत के कुछ दलों का साथ मिल जाए तो वह 400 के आंकड़े को भी पार कर सकती है। यानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चार सौ सीटें जीतने का दावा हवा हवाई नहीं, बल्कि भाजपा की ठोस रणनीति को दिखाता है। इसका असर जल्द दिखाई पड़ सकता है।