बालोद। एक तरफ विष्णुदेव साय सरकार बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के लिए तरह-तरह के प्रयास कर रही है, लेकिन शिक्षकों पर इसका कोई असर नहीं हो रहा है और वे पहले की तरह अब भी मनमानी कर रहे हैं। ताजा मामला बादोल जिले से आया है जहां शिक्षक स्कूल में बच्चों को पढ़ाने की बजाय उनसे मजदूरी करा रहे हैं। बालोद जिले के नेशनल हाइवे-30 में स्थित जगतरा गांव में हाईस्कूल के प्रभारी प्रिंसिपल बच्चों को रापा और धमेला पकड़ाकर मजदूरों की तरह काम कराते पाए गए हैं। पूरी घटना का वीडियो भी सामने आया है।

अब सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर बच्चे स्कूल पढ़ने आते हैं या मजदूरी करने। बता दें कि जगतरा गांव के हाईस्कूल स्कूल में क्यारी और मंदिर का निर्माण शाला के आकस्मिक निधि से कराया जा रहा है. जहां पैसे बचाने के लिए मजदूरों के बजाया बच्चों से काम लिया जा रहा है. बच्चों ने नाम नहीं बताने की शर्त में बताया कि आज काम करने के लिए मिस्त्री नहीं आए हैं और हमे हमारे प्रभारी प्रिंसिपल ने कड़कती धूप में काम करने कहा है, इसलिए काम कर हैं. अब जैसा सर कहेंगे वही तो हम करेंगे।