नई दिल्ली। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बड़ा फैसला लिया है। मुख्यमंत्री ने पूरे राजस्थान में वीवीआईपी ट्रैफिक प्रोटोकॉल को खत्म कर दिया है। इसका मतलब है कि अब मुख्यमंत्री खुद भी आम आदमी की तरह ही ट्रैफिक नियमों का पालन करेंगे। उनके लिए ट्रैफिक में किसी भी प्रकार का कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। राजस्थान सरकार के इस फैसले के बाद अब वीवीआईपी मूवमेंट की वजह से आम लोगों को होने वाली परेशानी निजात मिलेगी।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने खुद ही वीवीआईपी मूवमेंट के दौरान ट्रैफिक प्रोटोकॉल को खत्म करने का फैसला किया है। वीवीआईपी मूवमेंट की वजह से अक्सर यह देखा जाता है कि ट्रैफिक जाम की वजह से एंबुलेंस फंसी रह जाती हैं, जिसकी वजह से मरीजों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
लोगों को ट्रैफिक से राहत देने के लिए सीएम ने किया फैसला
डीजीपी यूआर साहू ने बताया कि उनके पास सीएम का फोन आया था कि उनके सिटी में चलने के दौरान लोगों को परेशानी होती हैं। कई बार देखा गया है कि लोग अधिकांश समय में ट्रैफिक में फंस जाते हैं, इसलिए इस तरह का प्लान बनाया जाए, जिससे की वह सड़क पर निकले तो लोगों को परेशानी ना हो। कई बार एंबुलेंस के जाम में फंसने की फोटो पेपरों में छपती है, इस पर सीएम ने यह फैसला लिया है। डीजीपी ने कहा कि सीएम की सिक्योरिटी की जिम्मेदारी हमारी है। सीएम के काफिले में जो वाहन हैं और उन वाहनों पर जो पुलिस अधिकारी हैं, उनसे भी इस विषय में राय ली जाएगी।
राजस्थान में वीआईपी कल्चर खत्म
बता दें कि यह फैसला राजस्थान में वीआईपी कल्चर को खत्म करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। भजनलाल शर्मा की तरफ से निर्देश दिए गए हैं कि अब ट्रैफिक में आम आदमी की तरह चलेंगे और लाल बत्ती पर भी रूकेंगे। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने यह फैसला अति विशिष्ट लोगों की आवाजाही के दौरान बार-बार लगने वाले ट्रैफिक जाम से आमजन को राहत दिलाने और जाम में गंभीर मरीजों को परेशानी से बचाने के लिये लिया है। वहीं ट्रैफिक जाम से भी आम जन को राहत मिलेगी।
पहले भी ले चुके हैं कई बड़े फैसले
दरअसल, पिछले साल के आखिरी में राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव में धमाकेदार जीत के बाद बीजेपी ने भजनलाल शर्मा को राज्य का नया मुख्यमंत्री बनाया है। बतौर मुख्यमंत्री राज्य की कमान संभालने के बाद से भजनलाल शर्मा अब तक कई बड़े फैसले ले चुके हैं। सीएम पद की शपथ लेने के तुरंत बाद भजनलाल शर्मा ने तीन बड़े फैसले लिए थे।