0 चुलमाटी, मंडप और मेहंदी की रश्म के बाद विवाह के रद्द होने की जानकारी पहुंची..

दुर्ग। छत्तीसगढ़ की सरकार द्वारा निर्धन वर-वधू के विवाह के लिए मुख्यमंत्री कन्यादान योजना चलाई जाती है और इसके अंतर्गत विवाह कराया जाता है। इसके लिए बाकायदा नियम बने हुए हैं और नियम के अनुसार विवाह होते हैं, लेकिन दुर्ग जिले के रहने वाले ऐसे ही जोड़ों को परेशानी का सामना करना पड़ा, क्योंकि निर्धारित समय के ठीक पहले विवाह की तारीख कैंसिल कर दी गई। जिसके कारण परिजनों को मुसीबत का सामना करना पड़ा।

स्थानीय पार्षद की पहल पर हो सका युवती का विवाह

दुर्ग में स्थानीय प्रशासन द्वारा एकाएक सामूहिक विवाह कैंसिल कर देने के चलते एक परिवार परेशान हो गया। इसकी जानकारी मिलने पर स्थानीय पार्षद ने परिवार की मदद कर विवाह संपन्न कराया।

बता दें कि दुर्ग जिले में मुख्यमंत्री कन्या विवाह का आयोजन रखा गया था, इसके लिए महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अलग-अलग परियोजनाओं में शादी के इच्छुक लोगों से आवेदन मंगाया गया था। विवाह के लिए पर्याप्त जोड़े मिलने पर शादी की तिथि और स्थान निर्धारित कर आवेदनों को सूचना भी दी जा रही हैं। भिलाई तीन परियोजना में 22 फरवरी की तिथि तय की गई थी।

सामूहिक विवाह का आयोजन चरोदा पंचशील नगर स्थित मंगल भवन में किया जाना था, इस संबंध में आवेदकों को सूचना भी दी गई थी। ग्रीन चौक दुर्ग निवासी विनोद यादव की पुत्री की शादी भी यही होनी थी, 22 फरवरी कोआयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम के पहले विनोद यादव के घर में शादी की रस्में शुरू कर दी गई थीं, तभी हल्दी रस्म के दौरान आवेदकों को सूचना मिली कि 22 तारीख को सामूहिक विवाह के आयोजन को स्थगित कर दिया गया है।

विनोद यादव को बेटी की शादी स्थगित होने की जानकारी वार्ड पार्षद राजकुमार नारायणी को मिली, तब उन्होंने तत्काल वार्ड के लोगों से संपर्क किया और सभी के सहयोग से युवती का विवाह संपन्न कराया गया। विनोद यादव के परिवार ने इसके लिए पार्षद का आभार जताया।

पूर्व CM भूपेश बघेल ने की आलोचना

भिलाई के चरौदा में 14 और 22 फरवरी को 90 से अधिक जोड़ों का निर्धन कन्या विवाह के तहत आयोजित सामूहिक विवाह रद्द किये जाने के मामले में पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार की लापरवाही और असंवेदनशीलता के कारण सामूहिक कन्या विवाह में लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ हो रहा है। शादी कार्ड बंट गए हैं, चुलमाटी से लेकर मंडप और मेंहदी तक की रस्में हो गई, लेकिन सरकार द्वारा फंड जारी नहीं करने के कारण विवाह कैंसिल करने पड़े, जो भिलाई के चरौदा में 14 और 22 फरवरी को होने थे। करीब 90 से अधिक जोड़ो के विवाह फंड के अभाव में घोषित तिथि के दिन रद्द कर दिया गया।

‘अपमानित हुए परिवार’

भूपेश बघेल ने कहा कि कमोबेश पूरे प्रदेश में यही हालात हैं। सरकार की असंवेदनशीलता के कारण गरीबों की कन्याओं और उनके परिजनों को अपमानित होना पड़ रहा है। आवेदन स्वीकृत करने के बाद विवाह कैंसिल हो रहा है। राजधानी में हरदिहा साहू समाज के द्वारा सामूहिक विवाह का आयोजन होना है। जिसमें 100 जोड़ो का पंजीयन हुआ है। लेकिन सरकार द्वारा आर्थिक सहायता स्वीकृत नहीं किया जा रहा। यही हालत सभी समाज के साथ है। लोगो के आवेदनों पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है।