जमीन खरीदी-बिक्री में जमकर कर रहे निवेश

सक्ती। प्रदेश के साथ नवीन जिला सक्ती में भी ईडी-आईटी की धमक से परेशानी में पड़े भूमाफिया और सटोरियों ने अपने कालेधन को ठिकाने लगाना शुरू कर दिया है। सूत्रों की माने तो जमीन खरीदी-बिक्री में जमकर पैसा लगा रहे है। छत्तीसगढ़ में ईडी-आईटी की कार्रवाई लगातार जारी है। इससे अवैध कारोबारियों की नींद हराम हो चुकी है।

सूत्रों की माने तो कई कारोबारी ने हवाला के माध्यम से करोड़ों रुपए बाहर भेज दिया है, और कुछ ने अपने रिश्तेदारों के यहां रखवा दिए हैं। पहले भी आईटी की कार्रवाई ने कारोबारियों ने करोड़ों रुपए के कालेधन को बाहर निकाला था। इस बार केंद्रीय एजेंसियों को धोखा देने की पूरी कोशिश की जा रही है। हालांकि, केंद्रीय एजेंसी से बच पाना इन अवैध कारोबारियों के लिए आसान नहीं होगा।

छुपाए करोड़ों रुपए

इससे पहले भी आईटी के छापे के दौरान सक्ती के एक नामी सटोरिए ने अपने कालेधन को 12 बक्सों और बोरियों में भरकर अपने कर्मचारी के घर छिपा दिया था। आईटी की कार्रवाई के बाद जब सटोरिया अपना पैसा लेने पहुंचा तो दो बक्से चोरी गायब मिले। बक्सों को ढूंढने के लिए पुलिस की मदद ली गई, और किस्मत के धनी सटोरिए को अपना पैसों से भरा बक्सा वापस भी मिल गया।

कई सराफा व्यापारी टारगेट में

सक्ती में कई सराफा व्यापारी इन दिनों जमकर जमीन की खरीदी-बिक्री कर रहे हैं। अपने काले धन को जमीनों में लगा कर सफेद कर रहे हैं। ये व्यापारी जमीन की वास्तविक कीमत का 25 प्रतिशत ही बताकर बाकी नगद भुगतान कर शासन को भी चूना लगा रहे हैं। पिछले दो सालों के दौरान सराफा व्यापारियों के जमीन खरीदी-बिक्री की जांच की जाए तो इनके द्वारा करोड़ों रुपए सरकार को राजस्व की हानि पहुंचा चुके हैं। करोड़ों की संपत्ति को लाखों में बताकर खरीदी-बिक्री की जा रही है।