कुटरू टीआई को बर्खास्त करने की मांग

बीजापुर। बस्तर और उसके आसपास नक्सली अपने कायराना करतूत से उपस्थिति दर्ज करा रहे है। आम नागरिकों और भाजपा नेताओें की हत्या का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिले के भोपाल पटनम के वन विभाग के जांच नाका से 100 मीटर की दूरी पर नक्सलियों के महिला संगठन का जिक्र करते हुए बड़ी मात्रा में पर्चे फेंके हैं।

इन पर्चों में महिला नक्सली संगठन का जिक्र करते हुए 08 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की जगह मणिपुर में आदिवासी महिलाओं के खिलाफ हुए अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने को कहा गया है।

पर्चों में कुटरू टीआई को बर्खास्त करने की मांग भी की गई है। पर्चों में नक्सलियों ने लिखा है कि 03 मई को मणिपुर में जो हिंसा भड़की है, वह अभी तक पूरी तरह थमी नहीं है। इंटरनेट पर प्रतिबंध लगाकर और मीडिया का नियंत्रण करके वहां जारी हिंसा पर पर्दा डाल दिया गया।

गौरतलब है कि जब से नक्सल गढ़ में पुलिस कैंप स्थापित कर उनके आधार वाले इलाके में पुलिस-फोर्स पहुंच गये हैं, तब से नक्सलियों पर अपने वजूद को बनाये रखने का दबाव बढ़ गया है।

वहीं नक्सलियों के टीसीओसी माह पर भी कोई बड़ी वारदात को अंजाम नहीं दे पा रहे हैं, इससे बौखलाये नक्सली मौका पाकर स्थानीय लोगों की मर्डर कर खूनी खेला जा रहा है, इसी बीच नक्सली पर्चा भी जारी कर यहां भय और आतंक का माहौल बनाने का प्रयास किया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि नक्सली किसी ना किसी घटना को अंजाम देकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का प्रयास कर रहे हैं। नक्सलियों ने भाजपा नेता कैलाश नाग का अपहरण कर उनकी मर्डर कर दी. इससे पहले 01 मार्च को नक्सलियों ने शादी समारोह से वापस लौट रहे भाजपा नेता तिरुपति कटला की मर्डर कर दी थी। हफ्ते भर में नक्सलियों ने दूसरी मर्डर की वारदात को अंजाम देकर भय और आतंक का माहौल बनाने का प्रयास करने में सफल हो रहे हैं।