नई दिल्ली। हरियाणा के हिसार से बीजेपी सांसद बृजेंद्र सिंह पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की मौजूदगी में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए। सिंह ने लोकसभा चुनाव से पहले रविवार (10 मार्च) को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। बृजेंद्र सिंह बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे हैं।

लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले केंद्र और हरियाणा में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) को बड़ा झटका लगा है। हिसार से बीजेपी सांसद बृजेंद्र सिंह (Brijendra Singh) ने लोकसभा चुनाव से पहले रविवार (10 मार्च) को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और कांग्रेस (Congress) में शामिल हो गए। नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर सिंह औपचारिक रूप से विपक्षी दल का हिस्सा बने। बृजेंद्र सिंह के कांग्रेस में शामिल होने के दौरान वरिष्ठ पार्टी नेता अजय माकन, मुकुल वासनिक और दीपक बाबरिया भी खड़गे के आवास पर मौजूद थे।

बृजेंद्र सिंह बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इस्तीफा देने की जानकारी दी और इसके बाद वह नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर पहुंचे और विपक्षी पार्टी में शामिल हुए।

क्यों छोड़ा बीजेपी का साथ?

बृजेंद्र सिंह ने एक पोस्ट में कहा, “मैंने अपरिहार्य राजनीतिक कारणों से BJP की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। मुझे हिसार के संसद सदस्य के रूप में सेवा का अवसर देने के लिए मैं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह का आभार व्यक्त करता हूं।”

भाजपा में खुद को असहज महसूस कर रहे थे…

सिंह ने कांग्रेस में शामिल होने के बाद पत्रकारों से कहा, “मैं आज बीजेपी से इस्तीफा देकर कांग्रेस में शामिल हो रहा हूं, मैं मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी एवं पार्टी के अन्य नेताओं का धन्यवाद करता हूं… कुछ राजनीतिक कारण काफी समय से बन रहे थे जिसमें असहजता एक अहम विषय है। इसमें मुख्यत: विचार के मामलों में मेरी सहमति पार्टी (भाजपा) से नहीं थी जिस कारण मैंने यह निर्णय लिया है।”

प्रशासनिक अधिकारी से बने नेता

कांग्रेस सूत्रों ने कहा है कि नौकरशाह से नेता बने सिंह का हिसार से पार्टी का उम्मीदवार बनना तय माना जा रहा है। प्रशासनिक अधिकारी से नेता बने सिंह ने 2019 के लोकसभा चुनाव में हिसार सीट पर जीत हासिल की थी। जननायक जनता पार्टी (JJP) के दुष्यंत चौटाला और उस समय कांग्रेस में रहे भव्य बिश्नोई को हार का सामना करना पड़ा था।