जगदलपुर।छत्‍तीसगढ़ के बस्तर के नक्सल क्षेत्र में लोकतंत्र को मजबूत करने की तैयारी सुरक्षा बल की ओर से की जा रही है। छत्तीसगढ़ के तेलंगाना-आंधप्रदेश के सीमा से लगे क्षेत्र दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी का गढ़ माना जाता है। अभी हुए विधानसभा चुनाव में नक्सलियों की ओर से इस क्षेत्र में भाजपा का तीव्र विरोध देखने को मिला। भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या कर डर का वातावरण बनाने का प्रयास किया गया। विकास, विश्वास और सुरक्षा को लेकर नेलानार योजना के तहत अब छत्तीसगढ़ के घोर नक्सल इलाकों में सुरक्षा बलों द्वारा 50 नए कैंप खोले जा रहे है।

नक्सलियों के कोर इलाकों में लगातार सुरक्षा बल दबिश भी दे रही हैं और अब उन इलाकों में विकास को पहुंचांने के लिए सुरक्षा बल दक्षिण बस्तर और उत्तर बस्तर के कोर इलाक़ो में नए सुरक्षा कैंपों को स्थापित करने में जुट गए है । वहीं इन सभी कैंपों को अत्याधुनिक तरीके से तैयार किया जाएगा ताकि ऑपरेशन के साथ-साथ स्थानीय जनता के विश्वास को जीत कर अंदुरूनी क्षेत्र के गांव-गांव तक विकास पहुंचाया जा सके।


वहीं बस्तर आईजी सुंदर राज पी ने कहा कि अब कुछ ही सीमित इलाकों में नक्सलियों की उपस्थिति हैं. इन इलाकों में ऑपरेशन के साथ-साथ विकास कार्यों में तेजी लाने को लेकर कार्य किए जा रहे हैं, जिससे बस्तर संभाग के अंदरूनी क्षेत्रों में रहने वाले आदिवासी ग्रामीणों को सरकार की सभी योजनाओ का फायदा मिल सके।
सुरक्षा बलों ने तैयार की नई रणनीति
बस्तर आईजी सुंदर राज पी ने कहा कि अब माओवादियों को टारगेट करने के लिए सुरक्षा बलों ने नई रणनीति तैयार कर ली ह ताकि विकास के माध्यम से धीरे-धीरे नक्सलियों से बस्तर संभाग को मुक्त किया जा सके. साथ ही पूरे बस्तर संभाग के अंदरूनी क्षेत्रों में सुरक्षा बलों द्वारा नवीन केम्प के स्थापित कर विकास की गति को और तेज किया जा सके।