रायपुर। राजधानी सहित प्रदेश के अन्य जिलों में शराब माफिया भी अपनी चुनावी तैयारियों में जुटे हैं। चुनाव आते ही शराब की खपत अधिक बढ़ जाती है और आचार संहिता लगते ही शराब बिक्री पर कड़ी निगरानी शुरू हो जाती है। इसलिए शराब बनाने वाले अभी से अवैध शराब बनाकर स्टॉक करने में लगे हुए हैं। शराब का स्टॉक करने के लिए अलग-अलग तरीके अपना रहे हैं। ऐसे लोगों पर आबकारी विभाग की कड़ी नजर है। राजधानी रायपुर में दूसरे राज्य से सस्ते में महंगी शराब लाकर बेची जा रही थी। इस गिरोह में शामिल पति-पत्नी सहित 6 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। शराब की तस्करी यात्री बस से करते थे। पुलिस ने यात्री बस, कार सहित 113 बोतल महंगी शराब जब्त किया है। मामले में एक आरोपी फरार है।

पुलिस के मुताबिक शराब तस्करी होने की सूचना मिलने पर मंदिरहसौद के टोलनाका के पास वाहनों की चेकिंग बढ़ा दी गई थी। इस दौरान यात्री बस ओडी 05 एई 8429 को संदेह के आधार पर रोका गया। ड्राइवर प्रेमाचंद परीडा और कैलाशचंद्र नायक से पूछताछ की गई। इसके बाद बस की तलाशी ली गई, तो उसमें कुछ कार्टून रखे थे। उसे खोला गया, तो उसमें महंगी अंग्रेजी शराब की 113 बोतलें थी।

पुलिस ने उसे जब्त कर लिया। पूछताछ में दोनों ने बताया कि शराब बनवालीपुर उड़ीसा निवासी प्रशांत कुमार बरार का है। उसने रायपुर के गनप्रीत सिंह कौर के नाम से शराब भेजने की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने गनप्रीत को पकड़ा। पूछताछ में उसने बताया कि कोलकाता निवासी गुड्डू सिंह से ओडिशा के रास्ते प्रशांत कुमार बरार के माध्यम से शराब मंगाते हैं। इसे रायपुर में उसके पति शरणजीत होरा और भाई जग साहेब सिंह घूम-घूमकर बेचते हैं। इसके बाद पुलिस ने गनप्रीत, उनके पति शरणजीत होरा और भाई जग साहेब को गिरफ्तार कर लिया। साथ में प्रशांत कुमार को भी पकड़ा गया। आरोपियों के पास से कार, बस भी जब्त किया है। आरोपियों के खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। सभी को जेल भेज दिया गया है। आरोपी गुड्डू सिंह फरार है।