कोरिया। विदेश में रह रहे युवक का छत्तीसगढ़ में रह रही युवती को फोन पर शादी का ऑफर आया। युवक की चिकनी-चुपड़ी बातों से युवती इस तरह झांसे में आ गई कि वह अलग-अलग बहाने से रूपये मंगाता रहा और युवती भेजती रही। इस मामले में ठगी की शिकार युवती की शिकायत पर पुलिस ने तत्परता दिखाई और शातिर ठग को कोलकाता से गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस अधीक्षक कोरिया के दिशा-निर्देश पर सायबर सेल कोरिया को सायबर धोखाधड़ी के एक प्रकरण में सफलता हासिल हुई है। पिछले वर्ष 08 अक्टूबर 2023 को प्रार्थिया ललिता (बदला हुआ नाम) अपने घर भैसवार, सोनहत में थी। उसी दौरान सुबह ललिता के मोबाईल पर फोन आया, जिस पर उसे एक व्यक्ति ने अपना नाम विजय कुमार बताते हुए विदेश में रहना बताया और लुभावनी बातें करते हुए शादी का झांसा देकर अपने जाल में फ़साने का प्रयास करने लगा। उस व्यक्ति ने कहा कि मैं हवाई जहाज से भारत आऊंगा और तुम्हारे लिये सोने के गहने और महंगे कपड़े लेकर आऊंगा।

‘मेरे पास पासपोर्ट वीजा नहीं है..!’

दिनांक 12.10.2023 को पुनः ललिता को एक फोन आया और फिर उसी व्यक्ति द्वारा झांसा दिया गया कि, मैं मुंबई हवाई अड्डा पर पहुंच गया हूं, मेरे पास पासपोर्ट और वीज़ा नहीं है। तुम्हारे लिए जो गहना और 85 लाख रूपये नगद ला रहा था उसे पुलिस वालों ने हवाई अड्डे पर रख लिया हैं। मुझे ऑनलाइन पासपोर्ट और बीजा बनवाना पड़ेगा, जिसके लिए फोन पे पर मुझे 20 हजार रूपये भेज दो।

‘DSP बनकर किया फोन’

कुछ देर बाद ललिता को फोन आया कि, मैं मुंबई थाना से डीएसपी बोल रहा हूँ उसे चेकिंग में पकड़ा हूँ उसे बचाने के लिए सिर्फ 20 हजार नहीं और पैसे लगेंगे। इन बातो से प्रार्थिया उनके झांसे में आकर उनके द्वारा अनेक फोन पे नंबर एवं एकाउंट पर कुल 4,18,700 रूपये का ट्रांजेक्शन कर ठगी का शिकार हुई। इस मामले को लेकर ललिता द्वारा थाना सोनहत में 4 जनवरी 2024 को FIR दर्ज करवाया गया था। जिसकी विवेचना निरंतर की जा रही थी।

उक्त प्रकरण में सायबर सेल द्वारा पतासाजी के दौरान ज्ञात हुआ कि आरोपी पश्चिम बंगाल में है। जिस पर इसकी सूचना से सायबर सेल प्रभारी द्वारा तत्काल पुलिस अधीक्षक कोरिया को अवगत कराया गया । पुलिस अधीक्षक कोरिया के निर्देश पर आरोपी की पतासाजी हेतु सायबर सेल कोरिया की टीम दीगर प्रांत कलकत्ता, पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हुई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कोरिया के मार्गदर्शन में सायबर सेल की टीम द्वारा उक्त आरोपी की पतासाजी कर आरोपी संजित पायत को कलकत्ता से गिरफ्तार कर कोरिया लाया गया है।

खाते का इस्तेमाल कर रहा था साइबर ठग गिरोह

थाने में लेकर पूछताछ किये जाने पर आरोपी संजीत पायत पिता बीरेन पायत उम्र 27 वर्ष निवासी बेतियारी, थाना मानिकपुर, हावड़ा, कलकत्ता, पश्चिम बंगाल ने बताया कि “वह सुमित नामक व्यक्ति से पिछले 3 वर्षों से संपर्क में था, जो उसे आनलाईन फ़्रॉड करने हेतु अपना यूको बैंक, अपनी मां चयना पायत का पंजाब नेशनल बैंक, दीदी संजिता सरदार का यूको बैंक व अपने मित्र सुमन मंडल का पंजाब नेशनल बैंक का खाता खोलवाकर, एटीएम वाट्सएप से सुमित को भेजा था तथा कभी-कभी वह स्वयं गंगाघाट, पुजाली, चौबीस परगना में जाकर उसे बैंक खाता दिया करता था। आरोपी संजीत की बातों से लगता है कि उसने पैसे के लालच में साइबर ठग गिरोह को इस्तेमाल करने के लिए अपने तथा परिजनों के खाते दिए थे। इन खातों में साइबर ठग रूपये मंगाकर निकल लिया करते थे।

बहरहाल इस प्रकरण में आरोपी के विरूद्ध जिला कोरिया में पंजीबद्ध धारा 420 भा.द.वि. एवं 66(डी) आईटी एक्ट का अपराध प्रमाणित पाये जाने पर आरोपी के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही कर उसे न्यायिक रिमांड में जेल भेजा गया है। उक्त प्रकरण में सायबर सेल प्रभारी नि. विनोद पासवान, आ० अजित राजवाडे, आ० अमित भारद्वाज, आ० प्रदीप साहू, आ० अमरेशानंद, आ० सजल जायसवाल, आ० राघवेन्द्र पुरी, आ० शिवम सिन्हा एवं सै. विकास सिंह का सराहनीय योगदान रहा।