कोरबा। जिले के ग्राम गिधौरी में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक ही परिवार के 7 लोग फूड पॉइजनिंग से प्रभावित हो गए। इस घटना में दो सगे भाई-बहन की मौत हो गई, वहीं अन्य की हालत गंभीर बनी हुई है, जिनका इलाज मेडिकल कॉलेज में चल रहा है।

पूरा मामला उरगा थाना क्षेत्र अंतर्गत गिधौरी गांव का है जहां श्रवण कुमार का परिवार निवास करता है, उसकी पत्नी राजकुमारी के अलावा दो बेटा और एक बेटी है।

‘अंगाकर’ रोटी बनी थी घर में

परिजनों के मुताबिक आज सुबह घर पर छत्तीसगढ़ में प्रचलित चावल की ‘अंगाकर’ रोटी बनी हुई थी, जिसे सुबह लगभग 9:00 बजे पति-पत्नी और बच्चों समेत पड़ोस में रहने वाले भाई के दो और बच्चों ने एक साथ रोटी के साथ चाय का सेवन किया। इसके कुछ घंटे बाद ही सभी को उल्टियां होने लगी और से झाग निकलने लगा। एक के बाद एक सभी की हालत बिगड़ने लगी। इसकी सूचना 112 और 108 को दी गई जहां मौके पर पहुंचे संजीवनी एम्बुलेंस के माध्यम से सभी को कोरबा के जिला मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।

दो मासूमों की छिन गई जिंदगी

इस घटना में श्रवण कुमार की इकलौती बेटी 4 वर्षीय अमृता कंवर की इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं उसकी पत्नी राजकुमारी, उसका बेटा अंनत कंवर, देवव्रत कुमार और भाई के दो बच्चे सेमकरण कंवर, तेजस्विनी कंवर का जिला मेडिकल कॉलेज के ICU में इलाज चलता रहा। इस बीच अंनत कंवर की दोपहर बाद मौत हो गई।

टूट पड़ा दुखों का पहाड़

रोजी मजदूरी कर जीवन यापन करने वाले श्रवण कुमार के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। इस घटना के बाद गांव में मातम छा गया है। उरगा ठाणे की पुलिस ने घटना की सुचना मिलने के बाद शवों का पंचनामा और पीएम की कार्यवाही शुरू कर दी है।

पीड़ित परिवार की महिला वृंदा कंवर ने बताया कि सभी ने एक साथ रोटी और चाय का सेवन किया था। इसके बाद तबीयत बिगड़ने लगी और सभी को अस्पताल में भर्ती किया गया। फूड पॉइजनिंग के शिकार होने के कारण यह घटना सामने आई है।

जिला मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर जीएस कंवर ने बताया कि एक ही परिवार के सात लोग फूड पॉइजनिंग के शिकार हुए है। सभी का इलाज तत्काल शुरू कर दिया गया। दो मासूमों की इलाज के दौरान मौत हो गई। फिलहाल बाकी खतरे से बाहर हैं।