0 इस जिले के 39 हजार मजदूर दूसरे प्रदेशों में, वोट के लिए वापस बुलाने बनाया गया कॉल सेंटर

बिलासपुर। चुनाव आयोग के दिशा-निर्देश पर प्रदेश के सभी जिलों में निर्वाचन अधिकारियों द्वारा अलग-अलग अभियान चलाकर वोट का प्रतिशत बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। इसी के तहत बिलासपुर जिले में प्रवासी मजदूरों को घर वापस लौटकर मतदान करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। जिले के 39 हजार मजदूर दूसरे प्रदेशों में रोजी-रोटी कमाने के लिए गए हुए हैं।

शत-प्रतिशत मतदान का लक्ष्य

बिलासपुर जिले में शत प्रतिशत मतदान का लक्ष्य हासिल करने अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में प्रवासी मजदूरों को मतदान के लिए फोन करके बुलाया जा रहा है। श्रम विभाग के कर्मचारी जिले के श्रमिकों को ‘घर आजा संगी मतदान करे बर’ अभियान चला रहा है। इसके तहत वीडियो कॉल, वाईस कॉल के जरिए संपर्क किया जा रहा है।

श्रम विभाग में पंजीकृत 39 हजार श्रमिकों से विभाग की टीम संपर्क कर मतदान के लिए आमंत्रित कर रही है। जिले में अब तक कुल 12 हजार 2 सौ 67 श्रमिकों को कॉल कर मतदान के लिए प्रेरित किया गया है। श्रम विभाग द्वारा कलेक्टर अवनीश शरण के निर्देश पर जिले के ऐसे मजदूर जो अन्य राज्यों और जिलों में आजीविका के लिए गए हैं, उन्हें मतदान के लिए ‘घर आजा संगी मतदान करे बर’ अभियान के तहत वीडियो कॉल और वॉइस कॉल के जरिए संपर्क कर मतदान का महत्व समझाया जा रहा है।

हर रोज 2000 मजदूरों से संपर्क

सहायक श्रम आयुक्त रमेश प्रधान ने बताया कि स्वीप के तहत विभाग की 10 सदस्यीय टीम इस काम में जुटी है। रोजाना 2 हजार श्रमिकों से संपर्क कर 7 मई मतदान दिवस पर घर आने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। बिलासपुर जिले में 7 मई को मतदान होना है। जिले के वे मतदाता जो आजीविका अथवा अन्य कारणों से जिले से बाहर हैं। उन्हें मतदान दिवस के दिन जिले में आकर अपने मताधिकार का उपयोग करने की अपील कलेक्टर अवनीश शरण ने की है।

इस जिले में ‘बिहान, की महिलाएं कर रही वीडियो कॉल

उधर गरियाबंद जिले में 26 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होगा। यहां विशेष पहल के जरिए पलायन कर चुके लोगों को वीडियो कॉल के जरिए बिहान की महिलाएं घर आकर वोट डालने की अपील कर रही हैं। इनमें से 1067 लोग मैनपुर ब्लॉक के हैं। उन्हें प्रेरित करने के लिए वीडियो कॉल के माध्यम से सूचना देकर मतदान के दिन घर आकर वोट करने कहा जा रहा है। गांव से बाहर गए लोगों की पहचान कर उनसे बीएलओ, आगंनबाड़ी कार्यकर्ता और ग्राम पंचायत सचिव संपर्क कर रहे हैं। उन्हें लोकतंत्र के इस महापर्व में भागीदारी सुनिश्चित करने का आग्रह किया जा रहा है।