नई दिल्ली। कल तक पीएम नरेंद्र मोदी कह रहे थे कि कांग्रेस पार्टी अगर सत्ता में आयी तो लोगों की संपत्ति हड़पकर अल्पसंख्यकों को दे देगी। अब वे कह रहे हैं कि कांग्रेस और सपा जैसी पार्टियों ने मुसलमानों के लिए कभी कुछ नहीं किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “कांग्रेस और सपा जैसी पार्टियों ने हमेशा तुष्टिकरण की राजनीति की और मुसलमानों के राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक उत्थान के लिए कभी कुछ नहीं किया.”

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलीगढ़ में भाजपा की चुनावी रैली में एक बार फिर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी जैसी पार्टियों पर मुसलमानों के तुष्टिकरण का आरोप लगाया है।

अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने क्या कहा…

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “जब मैं पसमांदा मुसलमानों की मुसीबत की चर्चा करता हूं, तो इनके बाल खड़े हो जाते हैं, क्योंकि ऊपर के लोगों ने मलाई खाई और पसमांदा मुसलमानों को उनके हालात पर जीने के लिए मजबूर कर दिया गया है।”

बांसवाड़ा के बयान से बिफरा विपक्ष

रविवार को राजस्थान के बांसवाड़ा में प्रधानमंत्री मोदी के भाषण को लेकर विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। बांसवाड़ा में मोदी ने कहा था कि कांग्रेस की सरकार आई तो वह लोगों की संपत्तियां लेकर अधिक बच्चे वालों और घुसपैठियों में बांट देगी।

प्रधानमंत्री ने साल 2006 में दिए गए तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान का संदर्भ लेते हुए कहा था कि कांग्रेस कहती है कि भारत के संसाधनों पर पहला अधिकार मुसलमानों का है।

रविवार को बांसवाड़ा में मोदी ने कहा था, “पहले जब उनकी (कांग्रेस) सरकार थी तब उन्होंने कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है, इसका मतलब ये संपत्ति इकट्ठा करके किसको बांटेंगे- जिनके ज़्यादा बच्चे हैं उनको बांटेंगे, घुसपैठियों को बांटेंगे। क्या आपकी मेहनत का पैसा घुसपैठियों को दिया जाएगा? आपको मंज़ूर है ये?”

मोदी ने कहा, “ये कांग्रेस का मेनिफेस्टो कह रहा है कि वो मां-बहनों के सोने का हिसाब करेंगे, उसकी जानकारी लेंगे और फिर उसे बांट देंगे और उनको बांटेंगे जिनको मनमोहन सिंह की सरकार ने कहा था कि संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है। भाइयों बहनों ये अर्बन नक्सल की सोच, मेरी मां-बहनों ये आपका मंगलसूत्र भी बचने नहीं देंगे, ये यहां तक जाएंगे।”

‘मोदी का बयान मुसलमानों के खिलाफ नफरत फैलाने वाला- कांग्रेस

उधर कांग्रेस ने राजस्थान में दिए गए प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान को मुसलमानों के खिलाफ नफरत फैलाने वाला बताया है।

अलीगढ़ में मोदी ने कहा ये

अब अलीगढ़ में अपनी रैली में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि उनकी सरकार मुसलमान महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए काम कर रही है।

अलीगढ़ रैली में मोदी ने कहा, “इसी क्षेत्र में तीन तलाक से पीड़ित कितनी ही बेटियों का जीवन तबाह हो गया था। सिर्फ़ बेटियों का ही नहीं तीन तलाक के कारण मुसीबत में आई उस बेटी, उसके पिता, भाई परिवार सब परेशान हो जाते थे। मोदी ने तीन तलाक़ के खिलाफ कानून बनाकर उनका जीवन भी सुरक्षित किया है।”

‘सरकार ने हज का कोटा भी बढ़वाया’

पीएम मोदी ने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने भारत के मुसलमानों के लिए हज का कोटा भी बढ़वाया है। उन्होंने ने कहा, “पहले हज कोटा कम होने की वजह से कितनी मारामारी होती थी। उसमें भी रिश्वतखोरी चलती थी और ज़्यादातर रसूखदार लोग ही हज जाने का मौक़ा पाते थे। मैंने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस से आग्रह किया था कि हमारे भारत के मुसलमान भाई बहनों के लिए हज का कोटा बढ़ायें, आज ना सिर्फ़ भारत का हज का कोटा बढ़ा है बल्कि वीज़ा नियमों को भी आसान बनाया गया है।”

उन्होंने कहा, “सरकार ने एक बहुत बड़ा अहम फ़ैसला लिया, पहले हमारी मुस्लिम माताएं-बहनें अकेले हज करने नहीं जा सकती थी, सरकार ने महिलाओं को बिना महरम हज जाने की अनुमति भी दी।”

पीएम मोदी के बयान के खिलाफ चुनाव आयोग पहुंची कांग्रेस

कांग्रेस ने रविवार को राजस्थान के बांसवाड़ा में मुसलमानों को निशाना बनाकर दिए गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान के खिलाफ चुनाव आयोग से शिकायत की है। कांग्रेस ने बताया कि अब तक पार्टी की तरफ से चुनाव आयोग को 17 शिकायतें दी जा चुकी हैं।

कांग्रेस ने एक बयान जारी कर कहा है, “देश के प्रधानमंत्री ने राजस्थान में जिस तरह एक समुदाय के लिए भद्दा वक्तव्य दिया, वह चुनाव आयोग का उल्लंघन है। चुनाव आयोग को इस पर सख्त कार्यवाही करनी चाहिए। इस बयान से देश के संविधान, प्रधानमंत्री पद, चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा हो गया है।”

कांग्रेस ने गुजरात समेत कई जगहों पर सरकार की तरफ से लगाई गईं तस्वीरों को लेकर भी शिकायत दी है। कांग्रेस का आरोप है कि सरकार की तरफ से लगाई गईं ये तस्वीरें सिर्फ धर्म की बातें करती हैं।

सूरत में BJP उम्मीदवार के निर्विरोध निर्वाचन की शिकायत

कांग्रेस की तरफ से सूरत में बीजेपी के उम्मीदवार को निर्विरोध चुने जाने को लेकर भी चुनाव आयोग को शिकायत दी गई है। सूरत में कांग्रेस के उम्मीदवार का पर्चा निरस्त कर दिया गया है। आरोप है कि उम्मीदवार ने प्रस्तावकों के फर्जी हस्ताक्षर किए थे। इसके बाद बाकी उम्मीदवारों ने अपने पर्चे वापस ले लिए। जिला प्रशासन ने सोमवार को बीजेपी उम्मीदवार को विजेता घोषित कर दिया।

कांग्रेस ने कहा है, “सबसे बड़ी बात- जितने भी बीजेपी के विपक्ष के नेता हैं, सब नामांकन वापस ले लेते हैं। ऐसे में सूरत के चुनाव को स्थगित करना चाहिए।”

न्यूज चैनल के खिलाफ भी शिकायत

कांग्रेस ने एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम के खिलाफ भी चुनाव आयोग को शिकायत दी है। कांग्रेस ने कहा है, “न्यूज़ 18 चैनल के अमिश देवगन का एक प्रोग्राम भद्दा होने के साथ ही आपसी वैमनस्य, गैरकानूनी और धर्म-पंथ निरपेक्षता के विरुद्ध है, जिस पर प्रतिबंध लगाना आवश्यक है।”

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