मोहला मानपुर। राजनांदगांव लोकसभा के मोहला-मानपुर-चौकी जिले के कई गांव महाराष्ट्र के गढ़चिरौली इलाके को छूते हैं और इन इलाकों में नक्सल का प्रभाव है। इस वजह से यहां के मतदान केंद्रों को दूसरे इलाकों में शिफ्ट कर दिया गया है। ग्रामीणों को इन केंद्रों तक पहुंचाने के लिए वाहनों का इंतजाम किया जा रहा है। हालांकि मतदान केंद्र दूर स्थापित कर दिए जाने से ग्रामीण नाराज हो रहे हैं।

मोहला-मानपुर जिले का आखिरी गांव है नवागांव, जहां की तादात काफी अच्छी है। यह गांव महाराष्ट्र के गढ़चिरौली को छूता है। इस गांव के लोगों को आज मीडिया से पता चला कि उनके यहां के मतदान केंद्र को मोर्चुल में शिफ्ट कर दिया गया है। इसी तरह बागडोंगरी के केंद्र को भी मोर्चुल में शिफ्ट किया है। नवागांव पहुंचे मीडिया कर्मियों को ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें इस बात की खबर ही नहीं है कि उनके यहां के मतदान केंद्र को शिफ्ट कर दिया गया है। ग्रामीणों ने इस पर काफी नाराजगी जताई।

दो दर्जन बूथ स्थानांतरित

मिली जानकारी के मुताबिक इस इलाके के 24 अति संवेदनशील मतदान केंद्रों को दूसरे मतदान केंद्र में शिफ्ट कर दिया गया है। ऐसा सुरक्षा कारणों से किया गया है और संबंधित गांवों से ग्रामीणों को लाने-ले जाने के लिए सरपंच-सचिवों के माध्यम से वाहनों का इंतजाम किया गया है। इनमें मानपुर के 17, मोहला के 3 और चौकी क्षेत्र के 4 गांव शामिल हैं।

बंद का मिलाजुला रहा असर

बता दें कि कांकेर मुठभेड़ के विरोध में नक्सलियों ने बस्तर और अपने प्रभाव वाले इलाकों में बंद का आह्वान किया था। मोहला मानपुर इलाके में नगरीय और आबादी वाले इलाके में बंद का कोई खास असर नहीं नजर आया वहीं ग्रामीण इलाकों में बंद का प्रभाव जरूर दिखा। इलाके में एक बाजार भी खुला हुआ नजर आया, जहां काफी चहल-पहल देखी गई।