श्योपुर। देशभर में हो रहे लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को झटके पे झटका लग रहा है। इंदौर में अक्षय कांति बम के बीजेपी में जाने के बाद कांग्रेस को एक और झटका लगा है। श्योपुर से छह बार के कांग्रेस विधायक और वरिष्ठ नेता रामनिवास रावत ने भी आज बीजेपी का दामन थाम लिया है। सीएम मोहन यादव, बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा और पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा की मौजूदगी में वह बीजेपी में शामिल हुए हैं।

दरअसल, इंदौर में कांग्रेस को झटका मिले अभी एक ही दिन हुआ था कि अगले ही दिन कांग्रेस को श्योपुर जिले में नुकसान उठाना पड़ा है। श्यापुर की विजयपुर सीट से छह बार के कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत ने कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली है।

नाराज चल रहे थे रामनिवास

सीएम मोहन यादव समेत पार्टी के कई दिग्गज नेताओं के बीच रामनिवास रावत ने अपने समर्थकों के साथ बीजेपी ज्वाइन की। श्योपुर की विजयपुर विधानसभा सीट से छह बार के विधायक रामनिवास रावत अपनी पार्टी के नेताओं से नाराज चल रहे थे।

जानकारी के मुताबिक रामनिवास रावत मुरैना लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन पार्टी ने पूर्व विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार नीटू को टिकट दे दिया, इसके बाद से रामनिवास रावत नाराज हो गए थे।

इससे पहले खबरें थीं कि 25 अप्रैल को मुरैना में पीएम नरेन्द्र मोदी के दौरे के समय ही विधायक रामनिवास रावत बीजेपी में शामिल होने वाले हैं, लेकिन राहुल गांधी से टेलीफोनिक चर्चा के बाद रामनिवास रावत ने बीजेपी में जाना कैंसिल कर दिया था।

दावा- पांच लाख ने ली सदस्यता

इधर भोपाल से बीजेपी जिलाध्यक्ष सुमित पचौरी ने दावा किया कि अब तक बीजेपी परिवार में पांच लाख से ज्यादा लोगों ने सदस्यता ग्रहण की है। सुमित पचौरी का दावा है कि इन पांच लाख लोगों में से 90 प्रतिशत कांग्रेस के कार्यकर्ता पदाधिकारी शामिल हैं।

‘डराने-धमकाने की चल रही है राजनीति’

इधर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शैलेन्द्र पटेल ने आरोप लगाया कि डराने धमकाने की राजनीति हो रही है। सीधे तौर पर लोकतंत्र की हत्या करने का प्रयास बीजेपी द्वारा किया जा रहा है। बीजेपी चाहती है कि सामने विपक्ष ही ना हो। जनता सब कुछ देख रही है और लोकसभा चुनाव में जवाब भी दे रही है। अभी हाल ही में दो चरणों में प्रदेश की 12 लोकसभा सीटों पर हुए चुनाव में घटे हुए मतदान प्रतिशत से स्पष्ट हो गया है कि जनता अब इनके साथ नहीं है।