अंबिकापुर/रायपुर। CG land scam: सरगुजा जिले में बंगलादेशी शरणार्थियों को दिए गए पुनर्वास पट्टे की जमीन की बिक्री के लिए अनुमति देने के मामले में सरगुजा जिले के पूर्व कलेक्टर 2011 बैच के आईएएस संजीव कुमार झा के खिलाफ राज्य सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं। इस मामले की शिकायत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की गई थी, जिसके बाद पीएमओ से जांच के निर्देश मिलने पर अब राज्य सरकार ने एक्शन लिया है।

CG land scam: इस मामले में परमिशन देने वाले तत्कालीन कलेक्टर संजीव कुमार झा के खिलाफ आर्थिक अपराध अन्वेशन ब्यूरो में शिकायत की गई है। वहीं अब भारत सरकार के लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय की अवर सचिव रुपेश कुमार ने छत्तीसगढ़ सरकार को जांच का आदेश दिए हैं। शिकायत पत्र में कहा गया है कि तत्कालीन कलेक्टर संजीव कुमार झा ने ट्रांसफर से पूर्व थोक के भाव में एक ही दिन में मोटी रकम लेकर पुनर्वास की जमीन बेचने के लिए परमिशन दी।

CG land scam:मोटी रकम लेकर जमीन बेचने की परमिशन देने का आरोप

इस मामले में आरटीआई कार्यकर्त्ता डीके सोनी के द्वारा सरगुजा के तत्कालीन कलेक्टर संजीव झा के विरुद्ध प्रधानमंत्री कार्यालय में दस्तावेजों सहित शिकायत आवेदन प्रस्तुत किया गया था जिसमें यह उल्लेख किया गया था कि कदम मंडल के पुनर्वास भूमि को भू माफियाओं द्वारा तत्कालीन कलेक्टर अंबिकापुर को मोटी रकम खिलाकर एवं कदम मंडल का फर्जी अधिकार पत्र बनाकर उसकी फर्जी हस्ताक्षर करके बिक्री की गई है।

शिकायत पत्र में कहा गया है कि दिल्ली में रह रहे कदम मंडल के पुनर्वास पट्टे की सुभाषनगर स्थित भूमि खसरा नंबर 223/12, रकबा 0.400 हेक्टेयर भूमि को राहुल गर्ग व अन्य के पास 21 लाख में बिक्री करने का सौदा तय कर अनुमति के लिए कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत किया गया और आवेदन प्रस्तुत दिनांक से महज एक महीना के भीतर ही तत्कालीन कलेक्टर संजीव झा द्वारा भू माफियों से लाखों रुपए प्रति डिसमिल के हिसाब के दर से अवैध तरीके से राशि ली गई और पुनर्वास भूमि बिक्री के लिए आदेश पारित कर दिया गया. इसी तरह से 20 और प्लाट बेचने के लिए परमिशन दिया गया।

CG land scam:सरगुजा और कोरबा में कलेक्टर रहने के दौरान मंत्री से विवादों में चर्चा में रहे हैं संजीव झा

तत्कालीन कलेक्टर संजीव कुमार झा को पूर्व कांग्रेस सरकार में सीएम भूपेश बघेल का करीबी अफसर माना जाता है। कलेक्टर रहते हुए पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने उनके कार्यकाल में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार होने की शिकायत की थी। लेकिन मुख्यमंत्री के करीबी होने से वो बचते रहे। कई बार सार्वजनिक मंचों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों की अनदेखी करने के आरोप भी उन पर लगे हैं।

CG land scam:कोरबा में मंत्री जयसिंह अग्रवाल से भी हुआ था विवाद

बता दें जब छत्तीसगढ़ में करोड़ों रुपए के कोयला परिवहन घोटाला उजागर हुआ था उस वक्त उस वक्त तत्कालीन कलेक्टर रानू साहू के ट्रांसफर के बाद संजीव कुमार झा को कोरबा कलेक्टर बनाया गया था। कोयला परिवहन घोटाला में रानू साहू इस वक्त जेल में बंद हैं। इस दौरान कोरबा कलेक्टर रहते हुए संजीव कुमार झा पर प्रदेश के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के आरोप लगाए थे। यहां तक की तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत को भी इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा था। मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने उन पर प्रशासन की छवि धूमिल करने और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के आरोप लगाए थे। मगर सीएम की करीब से कोई कार्यवाहीं नहीं हो सकी।

CG land scam: विधानसभा चुनाव के बाद जब प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनी तब संजीव कुमार झा को कोरबा कलेक्टर पद से हटाकर मंत्रालय में अटैच किया था। अब बंगलादेशी शरणार्थियों को दिए गए पुनर्वास पट्टे की जमीन की बिक्री के लिए अनुमति देने के मामले में भारत सरकार के लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय की अवर सचिव रुपेश कुमार ने छत्तीसगढ़ सरकार को जांच का आदेश दिए हैं। ईओडब्ल्यू जल्द की इस मामले की जांच करेगी।