जयपुर। जयपुर का सराफा मार्केट विश्व पटल पर अपने अनूठे आभूषण और ज्वेलरी के लिए जाना जाता है, जहां सोने-चांदी के अलावा हीरे के गहनों की डिमांड रहती है। यहां खरीददारी के लिए विदेशी पर्यटक भी आते हैं, लेकिन इस बाजार की एक ज्वेलरी शॉप पर कुछ ऐसा हुआ, जिसने इस बाजार को शर्मसार कर दिया।

यह पूरा मामला जयपुर के गोपालजी का रास्ता स्थित दुकान नंबर 1009 रामा रोडियम का है। ज्वेलरी खरीदने यूएसए से आई एक कारोबारी विदेशी महिला से जयपुर के एक ज्वेलर ने चांदी के आभूषणों पर पॉलिश कर 300 रूपए के स्टोन को बेशकीमती डायमंड बताकर 6 करोड़ में फर्जी सर्टिफिकेट बनवाकर विदेशी महिला को नकली ज्वेलरी बेच दी। ठगी की शिकार हुई US की चेरिश ने माणक चौक थाने में केस दर्ज करवाया तो ज्वेलर पिता-पुत्र फरार हो गए। वहीं फर्जी सर्टिफिकेट बनाने वाले आरोपी नंदकिशोर को माणक चौक पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

अमेरिका में ज्वेलरी का करती है कारोबार

ठगी की शिकार चेरिश ने बताया कि वह जयपुर से ज्वेलरी खरीदकर यूएस में बेचने का कारोबार करती है. वर्ष 2022 में उसकी मुलाकात आरोपी गौरव सोनी से हुई. उसका माणक चौक इलाके में ज्वेलरी शोरूम है। दो साल में चेरिस ने गौरव सोनी से करीब 6 करोड़ रुपये की गोल्ड और सिल्वर ज्वेलरी खरीदी। वास्तव में ये ज्वेलरी 300 से 600 रुपये तक होती थी, लेकिन उसे करोड़ों में बेचा गया। अप्रेल में यूएस में आयोजित ज्वेलरी शो में जांच कराने पर चेरिश को इस ज्वेलरी के नकली होने का पता चला। उन्होंने दुकानदार से नाराजगी जताई तो उसने उल्टा चेरिश पर झूठा मुकदमा दायर कर दिया।

आरोपियों ने कर दी लूटपाट की झूठी शिकायत

इसी बीच ज्वेलर्स ने विदेशी महिला के खिलाफ लूट-पाट की झूठी शिकायत दी। लेकिन जब पुलिस ने गहनों की जांच करवाई तो नकली ज्वेलरी बेचने के तथ्य सामने आए। साथ ही चांदी के आभूषणों पर पॉलिश कर 300 रूपए के स्टोन को बेशकीमती डायमंड बताकर 6 करोड़ में विदेशी महिला को बेचने की पुष्टि हुई तो बाकी जौहरियों के भी कान खड़े हो गए।

यूएस एम्बेसी हरकत में आया तो दर्ज हुआ केस

चेरिश ने जयपुर आकर ज्वेलर गौरव सोनी ओर उसके पिता राजेंद्र से नकली ज्वेलरी बेचने की बात कही तो उन्होंने उसे मुकदमा दर्ज करवाने की धमकी देकर भगा दिया। इस पर ठगी की शिकार चेरिश ने यूएस एम्बेसी से शिकायत कर न्याय की गुहार की। जिनकी मदद से पीड़िता चेरिश की तरफ से माणक चौक थाने में ज्वेलर गौरव और उसके पिता के खिलाफ केस दर्ज हुआ। इस केस की जांच एडिशनल डीसीपी बजरंग सिंह शेखावत को सौंपी गई। उसके बाद पुलिस ने असली ज्वेलरी का फर्जी सर्टिफिकेट बनाने वाले नंदकिशोर को गिरफ्तार कर लिया। नंदकिशोर की नंदा जैम्स स्टोन के नाम से फर्म है।

आरोपी ने जयपुर में 3 करोड़ का फ्लैट खरीदा

अमेरिकी दूतावास की मदद से जयपुर पुलिस ने जांच में पाया कि आरोपी और उसके बेटे ने मिलकर जयपुर के सी-स्कीम इलाके में 3 करोड़ रुपये का फ्लैट खरीदा है। दोनों ठगी को अंजाम देने के बाद से फरार हैं।