टीआरपी डेस्क। सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने देश के आठ अलग-अलग हाई कोर्ट में नए मुख्य न्यायाधीशों की नियुक्ति की सिफारिश की है। दिल्ली, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख, मध्य प्रदेश, केरल, मेघालय और मद्रास हाईकोर्ट में नए मुख्य न्यायाधीशों की नियुक्ति की सिफारिश की गई है।

केंद्र सरकार की मंजूरी मिलते ही मुख्य न्यायाधीशों की नियुक्ति का रास्ता साफ हो जाएगा। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस संजीव खन्ना, और जस्टिस बीआर गवई की कॉलेजियम ने इस प्रस्ताव को पारित किया है। कॉलेजियम ने जस्टिस मनमोहन को दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बनाने का प्रस्ताव पेश किया गया। वे अभी दिल्ली हाई कोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश हैं।

वर्तमान में दिल्ली हाईकोर्ट के जज जस्टिस राजीव शकधर को हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बनाने की सिफारिश की गई है। झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के तौर पर हिमाचल प्रदेश के चीफ जस्टिस एमएस रामचंद्र राव के नाम का प्रस्ताव रखा गया है। उन्हें वर्तमान चीफ जस्टिस बीआर सारंगी के सेवानिवृत्त होने के बाद इस पद पर ट्रांसफर किया जाएगा।

पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के जज जस्टिस गुरमीत सिंह संधावलिया को मध्य प्रदेश हाईकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश बनाने का प्रस्ताव रखा गया है। बांबे हाईकोर्ट के जज जस्टिस नितिन जामदार को केरल हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और जस्टिस आर श्रीराम को मद्रास हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बनाने की सिफारिश की गई है।

जस्टिस श्रीराम भी बॉम्बे हाईकोर्ट के ही जज हैं। जम्मू और कश्मीर हाई कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस ताशी रबस्तान को मेघालय हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बनाने की सिफारिश की गई है। वहीं, दिल्ली हाईकोर्ट के जज सुरेश कुमार कैत को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हाई कोर्ट मुख्य न्यायाधीश बनाने की सिफारिश की गई है।