रायपुर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा गठित जांच समिति ने आज कवर्धा जिला के विकासखण्ड बोड़ला के सुदूर वनांचल के बैगा आदिवासी बाहुल्य ग्राम सोनवाही का दौरा किया। यहां डायरिया से मृत हुए ग्रामीणों के परिवारों से मुलाकात कर उनका हाल चाल जाना एवं परिजनों से उक्त घटना के संबंध में जानकारी ली गई।

बरसात पूर्व बीमारियों के रोकथाम का इंतजाम नहीं
मृतकों के परिजन बैगा परिवारों ने बताया कि विशेष पिछड़ी जनजाति क्षेत्र होने के कारण उन्हें कोई भी सुविधा नही मिलती। यहां बरसात पूर्व प्रशासन द्वारा पेयजल साफ सफाई की जाने वाली समुचित व्यवस्था नहीं की गई। मच्छरदानी, डी डी टी का छिड़काव, शुद्ध पेयजल, साफ सफाई, तथा स्वास्थ्य से संबंधित जागरुकता कार्यक्रम संचालित नही किया गया। इनका कहना है कि प्रशासन की इस अनदेखी के चलते 5 बैगा अनुसूचित जनजाति के लोगों की मृत्यु हो गई।

अस्पताल से घर पहुंचाने का इंतजाम भी नहीं किया
इस दौरान डायरिया पीड़ित झिंगरा बैगा ने बताया कि उपस्वास्थ्य केंद्र झलमला में उसका 2 दिन तक इलाज किया गया, फिर उसे जिला अस्पताल रिफर कर दिया गया। 8 दिन तक हुए ईलाज के बाद उसे शाम को डिस्चार्ज कर दिया गया। इस दौरान घर जाने के लिए पीड़ित को किसी प्रकार कोई परिवहन सुविधा नही दी गई और उसे इसी हालत में छोड़ दिया गया, जबकि शाम 4 बजे के बाद कोई भी बस या गाड़ी नहीं चलती। मरीज इधर उधर भटकता रहा और उसे पैदल ही घर जाने को मजबूर होना पड़ा।

ग्रामीणों ने बताया कि गांव में मौतों की घटना होने के बाद भी स्वास्थ्य शिविर में कोई व्यवस्था नही है। उन्हें 35 किमी दूर जिला अस्पताल जाना पड़ रहा है।
झिरिया का पानी पी रहे ग्रामीण
चर्चा के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत यहां लाखों रुपए की पानी टंकी का निर्माण कराया गया है, लेकिन अभी तक शुद्ध पेयजल की सफ्लाई शुरू नहीं की गई है, जिसके चलते डायरिया पीड़ित परिवार को कुंआ, झिरिया का पानी पीना पड़ रहा। सोनवाही के ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें मच्छरदानी नहीं मिली और उल्टी-दस्त से जब तक ग्रामीणों की मृत्यु नहीं हो गई तब तक स्वास्थ्य अमला सोता रहा।

राष्ट्रपति के दत्तक पुत्रों की उपेक्षा दुखद
डायरिया प्रभावितों से मुलाकात के बाद कांग्रेस जांच समिति के संयोजक दलेश्वर साहू ने कहा कि यह कितना दुःखद है कि जिन बैगा आदिवासियों को राष्ट्रपति का दत्तक पुत्र कहा जाता है, केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक इनके लिए विशेष योजनाएं बनती हैं, वे बैगा आदिवासी एक आदिवासी मुख्यमंत्री के शासन में उपेक्षित हैं।
इस जांच समिति में संयोजक दलेश्वर साहू, विधायक डोंगरगांव के अलावा इंद्रशाह मंडावी, विधायक मोहला मानपुर, जनकराम ध्रुव, विधायक बिन्द्रानवागढ़, ममता चंद्राकर, पूर्व विधायक, पंडरिया, जिला कांग्रेस अध्यक्ष होरीराम साहू, नीलकंठ चंद्रवंशी, महेश चंद्रवंशी शामिल रहे। वहीं इस दौरे में दल के साथ भुनेश्वर बघेल पूर्व विधायक, सीमा अगम अनंत, अध्यक्ष महिला कांग्रेस, सुमर सिंह, ब्लाक अध्यक्ष रेंगाखार हंसराम ध्रुर्वे, संगठन प्रभारी गोपाल चंद्रवंशी सहित कांग्रेस के कई कार्यकर्ता और आम जन उपस्थित रहे।