भोपाल | जनजातीय कार्य विभाग के अधीन मध्यप्रदेश स्पेशल एण्ड एकेडमिक सोसायटी (एमपीसरस) द्वारा प्रदेश में 63 एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय (ईएमआरएस) संचालित किये जा रहे हैं। इन विद्यालयों में भारत सरकार की राष्ट्रीय आदिवासी छात्र शिक्षा समिति (NESTS) नई दिल्ली द्वारा निर्धारित पात्रता के अनुसार विद्यार्थी एवं संस्थाओं को यहां दी जा रही सुविधाओं वे सेवाओं की आपूर्ति बरकरार रखने के लिये धनराशि आवंटित की जाती है।
एमपीसरस द्वारा संचालित इन 63 एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिये NESTS नई दिल्ली से एक लाख 9 हजार रूपये प्रति विद्यार्थी के मान से विद्यालय संचालन के लिये जारी वित्त वर्ष 2024-25 में पहली किश्त के रूप में 100 करोड़ रूपये प्राप्त हो गये हैं।
वर्ष 2024-25 के लिए विद्यालय संचालन के लिये विद्यालय एवं विद्यार्थियों की पात्रता अनुसार एमपीसरस के बायलॉज़ का पालन करते हुए राशि व्यय करने के निर्देश जनजातीय कार्य विभाग के फील्ड आफिसर्स एवं ईएमआरएस विद्यालयों के प्राचार्यों को जारी कर दिये गये हैं।
राष्ट्रीय आदिवासी छात्र शिक्षा समिति द्वारा ‘दक्षणा फाउंडेशन’ के सहयोग से प्रतियोगी परीक्षा JEE/NEET की तैयारी के लिये दो वर्षीय छात्रवृत्ति कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम में कुल 87 (मध्यप्रदेश के 45 एवं अन्य राज्यों के 42) विद्यार्थी एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय, भोपाल में वर्तमान में अध्ययनरत हैं। इसके लिये 6 लाख 47 हजार 789 रूपये नेस्टस्, नई दिल्ली से प्राप्त हो गये हैं। यह राशि एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय, भोपाल को दे दी गई है।
एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों की सुरक्षा एवं विद्यालय में चल रही गतिविधियों की मॉनिटरिंग के लिये यहां सीसीटीवी कैमरे भी लगाये जायेंगे। पहले चरण में स्वयं के भवन में संचालित 54 एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों में प्रत्येक विद्यालय में 20-20 कैमरे कुल 1080 लगाये जायेंगे। इस कार्य में लगभग 36 लाख रूपये की धनराशि व्यय की जायेगी। यह सीसीटीवी कैमरे नेस्टस् नई दिल्ली द्वारा विद्यालय संचालन के लिये दी गयी राशि के पूंजीगत व्यय मद से लगाये जायेंगे।