रायपुर। मेरी मम्मी नहीं बची इनके कारण, 10 लाख लेने के बाद कहा यहां नहीं हो सकता इलाज, हैदराबाद ले जाओ… एयर एंबुलेंस में भी ऑक्सीजन सपोर्ट नहीं मिला। यह आरोप है टाटीबंध निवासी ओम खेमानी का।
बता दें कि रायपुर के MMI नारायणा अस्पताल से रेफर की गई महिला मरीज की मौत हो गई। आरोप है कि एयर एंबुलेंस में ऑक्सीजन सपोर्ट का कोई इंतजाम नहीं था और यह बिना किसी सुविधा के उड़ी रही। नतीजतन, मरीज 15 मिनट तक तड़पती रही और अंततः दम तोड़ दिया।
परिजनों ने एयर एंबुलेंस कंपनी और MMI नारायणा अस्पताल पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। महिला के बेटे ने दावा किया कि एयर एंबुलेंस में ऑक्सीजन मशीन पूरी तरह से खराब थी। उन्होंने टिकरापारा थाने में शिकायत दर्ज कराई है और गैर-इरादतन हत्या का केस दर्ज करने की मांग की है।
10 दिनों से भर्ती, हैदराबाद के लिए रेफर
टाटीबंध निवासी ओम खेमानी ने बताया कि उनकी मां भारती देवी खेमानी (57) की हालत बिगड़ने पर 2 सितंबर को MMI नारायणा अस्पताल में भर्ती कराया गया। 10 दिनों तक इलाज के बावजूद सुधार न होने पर डॉक्टरों ने उन्हें हैदराबाद रेफर किया।
रायपुर से हैदराबाद ले जाने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने रेड एंबुलेंस कंपनी से एयर एंबुलेंस बुक की थी। 7 सितंबर को एयर एंबुलेंस रायपुर एयरपोर्ट पर पहुंची और मरीज को वहां से एयर एंबुलेंस में शिफ्ट किया गया।
ओम ने आरोप लगाया कि एयर एंबुलेंस बिना तकनीकी जांच के उड़ी और ऑक्सीजन सपोर्ट मशीन काम नहीं कर रही थी। उड़ान भरते ही जब मरीज को ऑक्सीजन देना शुरू किया गया, मशीन ने काम करना बंद कर दिया। मेडिकल स्टाफ ने अन्य तरीकों से ऑक्सीजन देने की कोशिश की, लेकिन मरीज करीब 15 मिनट तक तड़पती रही, एयर एंबुलेंस से उतार कर पुनः रेड एंबुलेंस से अस्पताल लाया गया। मगर एंबुलेंस में भी किसी प्रकार की कोई सुविधा नहीं थी। मरीज के परिजन जैसे ही अस्पताल पहुंचे मरीज की मौत हो गई।
बेटे का आक्रोश: ‘इन्होंने मेरी मां को मार डाला’
ओम खेमानी ने टिकरापारा पुलिस से मामले की शिकायत की है और MMI नारायणा अस्पताल और रेड एयर एंबुलेंस के कर्मचारियों की लापरवाही के लिए जिम्मेदार ठहराने की मांग की है। उन्होंने रायपुर SSP और टिकरापारा पुलिस से आरोपियों के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है।
6 लाख 11 हजार में बुकिंग, फिर भी जान गंवानी पड़ी
ओम के भाई बाबू खेमानी ने बताया कि मरीज का इलाज बेहतर अस्पताल में कराने के लिए 10 दिनों तक भर्ती रखा गया था, लेकिन स्थिति में सुधार नहीं हुआ। हैदराबाद के लिए रेफर करने के लिए रेड एयर एंबुलेंस ने 6 लाख 11 हजार रुपए लिए, लेकिन उनकी लापरवाही के कारण मां की जान चली गई। फिलहाल इस मामले में टिकरापारा पुलिस जांच कर रही है। वहीं रेड एंबुलेंस कंपनी का इस मामले में कोई जवाब नहीं मिला है।
डिस्चार्ज अगेंस्ट अडवाइज, अपनी रिस्क पर मरीज को ले गए थे परिजन
इस बारे में एमएमआई नारायणा अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि पेशेंट के परिजन मरीज को डिस्चार्ज अगेंस्ट अडवाइज पर ले गए थे। हमने जिंदा पेशंट को अस्पताल से भेजा था। परिजन वापस मृत पेशंट लेकर अस्पताल आए। जिसके बाद हमने थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी है। एमएमआई अस्पताल के पीआरओ रवि भगत ने कहा कि इस मामले में अस्पताल प्रबंधन भी जांच कर रही है कि आखिर महिला की मौत कैसे हुई। अस्पताल प्रबंधन ने रेड एयर एंबुलेंस से किसी प्रकार का टाइअप होने से इंकार किया है।
कंसंट पेपर पर भी मरीज के परिजनों ने सहमति जताई है। अगर हम रेफर करते भी तो हैदराबाद क्यों करेंगे हमारे ऑल ओवर इंडिया में 23 हॉस्पिटल हैं। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद ही खुलासा होगा कि आखिर मरीज की मौत किन परिस्थितियों में हुई है।