0 दुबई में भी विड्रॉल की गई ठगी की रकम
राजनांदगांव। इन दिनों ठगों द्वारा व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल कर लोगों को शेयर ट्रेडिंग में फायदे का लालच दिखाकर ठगी करने का काम जोरों पर चल रहा है। ऐसे ही एक गिरोह के झांसे में आकर राजनांदगांव के एक व्यवसायी ने साढ़े 3 करोड़ रूपये गवां दिए। भला हो जिले की पुलिस का जिसने सक्रियता दिखाते हुए साईबर फ्रॉड रिपोर्टिंग पोर्टल के जरिये ठगी के 57 लाख रूपये होल्ड करा दिए। बड़ी बात यह है कि ठगी की रकम दुबई में भी विड्रॉल कराइ गई है।
वॉटसअप ऐप ग्रुप के माध्यम से संपर्क कर शेयर ट्रेडिंग में ज्यादा मुनाफा देने का लालच देकर धोखाधड़ी करने वाले इस अंतर्राष्ट्रीय गिरोह के एक ठग को बसंतपुर पुलिस एवं साइबर सेल राजनांदगांव द्वारा गिरफ्तार किया गया।
फायदा पाने के चक्कर में बन गए शिकार
पुलिस के मुताबिक पीड़ित राहुल जैन ने 17 अगस्त 2024 को बसंतपुर थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया कि 6 अलग-अलग मोबाइल नंबरों के धारक द्वारा 8 विभिन्न बैंकों के खाते में वेबसाइट लिंक एवं आमंत्रण कोड भेजकर शेयर मार्केटिंग ट्रेडिंग एवं आईपीओ में अधिक मुनाफा का झूठा वादा कर कुल 3 करोड़ 40 लाख 95 हजार रुपए की ठगी की गई है। राहुल जैन को प्रारंभ में काल्पनिक मुनाफा दिखाया गया, जिसके चलते वह झांसे में आ गया।
कर्ज लेकर लगाई रकम
इस मामले में राजनांदगांव पुलिस द्वारा आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पता चला कि राहुल जैन ने अच्छा लाभ होता देख उधार में रकम लेकर कथित शेयर में लगा दिया। यह रकम बढ़कर 3 करोड़ 40 लाख रूपये तक जा पहुंची।
तत्काल सक्रिय हुई जिले की पुलिस
इस मामले की शिकायत पर राजनांदगांव जिले के बसंतपुर थाने में धारा 318(4), 3(5) बीएनएस एवं 66-डी आईटी एक्ट के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। थाना प्रभारी बसंतपुर निरीक्षक सत्यनारायण देवांगन एवं प्रभारी सायबर सेल विनय कुमार पम्मार के नेतृत्व में थाना बसंतपुर एवं सायबर सेल की संयुक्त टीम गठित कर त्वरित कार्रवाई करने का आदेश दिया गया।
थाना बसंतपुर एवं साईबर सेल द्वारा सिटीजन फाईनेंसियल साईबर फ्रॉड रिपोर्टिंग पोर्टल के माध्यम से इस ठगी के 3 करोड़ 41 लाख 95 हजार रुपए को होल्ड करवाया गया। मगर काफी रकम निकाल ली गई थी और इसमें से बचे हुए 57 लाख 32 हजार 277 रुपए होल्ड किये जा सके। इस रकम की वापसी की प्रक्रिया जारी है।
खातों के सहारे गिरोह का हुआ खुलासा
पुलिस की टीम द्वारा आरोपियों के बैंक डिटेल निकाला गया। जिसमें आरोपियों द्वारा फ्रॉड रुपयों को करीब 8 विभिन्न बैंक खातों में प्राप्त कर उन खातों से पुन: दर्जनों बैंक खातों में आरटीजीएस/एनईएफटी के माध्यम से अपने साथियों के बैंक खात केरल, उत्तरप्रदेश, असम आदि राज्यों में ट्रांसफर कर ठगी से प्राप्त पैसों को एटीएम व चेक के माध्यम से केरल राज्य के कई जिलों में निकालते थे। इसके अलावा आरोपियों द्वारा पीड़ित से प्राप्त करीब 60 लाख रुपए को डेबिट कार्ड की माध्यम से दुबई में रकम विड्राल किए गए हैं।
आरोपी का बैंक खाते से मिला सुराग
इस प्रकरण में मोबाइल नंबर एवं अन्य दस्तावेज खंगाले गए, जिस आधार पर आरोपी की पता-तलाश के लिए पार्टी केरल रवाना किया गया। साक्ष्य के आधार पर उक्त टीम द्वारा जांच के दौरान आवेदक के बैंक खाते के स्टेटमेंट और आरोपी द्वारा उपयोग किए गए बैंक खाते की जांच करने पर पता चला कि सबसे पहले आवेदक के बैंक खाते से मुख्य आरोपी के बैंक खाते में आरटीजीएस के माध्यम से 7 लाख 30 हजार रुपए ट्रांसफर किया गया, जिसे सहयोगी आरोपी सहल शाह के बैंक खाता एवं उसके दोस्तों के बैंक खातों में रुपए ट्रांसफर कर दिया गया, जिसे आरोपी सहल शाह ने एटीएम से नगद के रूप में निकाला है।
पुलिस ने ये सामान किये जब्त
मेमोरेंडम के आधार पर आरोपी सहल शाह के कब्जे से घटना में प्रयुक्त फेडरल बैंक का एटीएम कार्ड, फेडरल बैंक का पासबुक, 1 मोबाईल फोन को विधिवत जब्त कर आरोपी सहल शाह को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय पेरिथल मनना केरल में पेश कर ट्रांजिट रिमांड लेकर 12 सितंबर को राजनांदगांव लाया गया।
एक आरोपी सिंगापुर, दूसरा दुबई में रहता है
आरोपी सहल शाह सिंगापुर में रहता है, जो इन दिनों केरल में अपने घर लौटा था। उसे पकड़ने में पुलिस को सफलता प्राप्त हुई है। साईबर सेल की 01 टीम अभी भी केरल में है, जो साईबर फ्रॉड के अन्य 01 आरोपी जो दुबई से केरल पहुंचा है, उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही है।