Tirupati Balaji Temple: भारत अपने धार्मिक स्थलों और आस्था के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। यह मंदिरों और देवताओं की भूमि कहलाती है, जहां हर दिशा में विशाल मंदिर और शिवालय दिखाई देते हैं। इनमें से कई मंदिर अपने प्रसाद के लिए भी बेहद मशहूर हैं। आंध्र प्रदेश स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर इनमें प्रमुख है, जो न केवल अपने धार्मिक महत्व बल्कि प्रसाद के लिए भी प्रसिद्ध है। हाल ही में यह मंदिर अपने प्रसाद को लेकर चर्चा में आया, जो भक्तों के बीच सदियों से लोकप्रिय रहा है।
लेकिन तिरुपति बालाजी ही नहीं, भारत में कई अन्य मंदिर भी हैं, जहां का प्रसाद भक्तों में उतना ही लोकप्रिय है। आइए जानते हैं उन खास मंदिरों के बारे में, जहां का प्रसाद भी भक्तों के लिए दिव्य अनुभव का हिस्सा है:
जगन्नाथ मंदिर, पुरी, ओडिशा
पुरी का जगन्नाथ मंदिर अपने महाप्रसाद के लिए जाना जाता है, जिसमें खिचड़ी, दाल, सब्जियाँ और मिठाइयाँ शामिल होती हैं। यह प्रसाद मंदिर की रसोई में पकाया जाता है और इसका स्वाद भक्तों को आध्यात्मिक आनंद प्रदान करता है।
श्रीवैष्णो देवी मंदिर, कटरा, जम्मू
मां वैष्णो देवी का मंदिर जम्मू की खूबसूरत वादियों में स्थित है और इसका प्रसाद भी भक्तों के बीच बेहद लोकप्रिय है। यहाँ प्रसाद में मुरमुरे, चिरौंजी, सुखा सेब और नारियल दिया जाता है, जिसे भक्त आस्था से ग्रहण करते हैं।
स्वर्ण मंदिर, अमृतसर, पंजाब
अमृतसर का स्वर्ण मंदिर अपने लंगर के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। यहाँ परोसा जाने वाला लंगर प्रसाद सादगी और पौष्टिकता का प्रतीक है, जिसे भक्त प्रेम और श्रद्धा से ग्रहण करते हैं।
सिद्धिविनायक मंदिर, मुंबई, महाराष्ट्र
मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर में भगवान गणेश की पूजा के साथ यहाँ प्रसाद के रूप में मोदक दिए जाते हैं। मोदक का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है, और भक्त इसे आशीर्वाद स्वरूप ग्रहण करते हैं।
गुरुवायुर मंदिर, केरल
केरल के गुरुवायुर मंदिर का विशेष प्रसाद पलपायसम (मीठा चावल का हलवा) भक्तों के बीच बहुत लोकप्रिय है। यह प्रसाद चावल, दूध और चीनी से तैयार होता है और भगवान को अर्पित करने के बाद भक्तों में वितरित किया जाता है।
शिर्डी साईं बाबा मंदिर, महाराष्ट्र
महाराष्ट्र के शिर्डी में स्थित साईं बाबा मंदिर दुनियाभर में प्रसिद्ध है। यहाँ भक्तों को प्रसाद के रूप में उदी (पवित्र राख) दी जाती है। इसके अलावा, मंदिर में मुफ्त भोजन के रूप में दाल, रोटी, चावल और मिठाई भी परोसी जाती है, जिसे श्रद्धालु बड़ी श्रद्धा से ग्रहण करते हैं।