0 चाकूबाजी की घटनाओं को रोकने राजधानी की पुलिस फिर हुई सक्रिय
रायपुर। पुलिस ने ऑनलाइन शापिंग साइट अमेजन के मोवा, देवपुरी एवं डीडी.नगर स्थित ऑफिस गो-डाउन में छापा मारा। इस दौरान यहां मौजूद प्रबंधन को पूर्व में चाक़ू मंगाने वालों की जानकारी नहीं देने पर फटकार लगाई गई। साथ ही यहां रखे पार्सल की जांच भी की गई।
बिना वेरिफाई के नाबालिगों को भी भेजा चाकू
पुलिस ने मीडिया को दी गई जानकरी में बताया कि हाल ही में चाकूबाजी की लगातार हो रही घटनाओं में गिरफ्तार आरोपियों/नाबालिगों से पूछताछ में यह संज्ञान में आया है कि उन लोगों ने ऑनलाईन शॉपिंग साईट्स जैसे अमेजन, स्नैपडील एवं फ्लिप कार्ट से बटनदार/धारदार चाकू मंगाया था। उक्त ऑनलाईन शॉपिंग साईट्स के द्वारा बिना वैरिफाई किये नाबालिगों को भी बटनदार धारदार चाकू डिलीवर किया गया है। इनसे ही नाबालिगों एवं आरोपियों ने चाकूबाजी की।
अमेजन प्रबंधन की मनमानी आयी सामने
पुलिस ने बताया कि हाल के दिनों में 2000 से अधिक चाकू बरामद कर जप्त किए गए। ऐसे में अमेजन साईट को भी हर किसी को बटनदार धारदार चाकू न देने संबंधी नोटिस देकर ग्राहकों की जानकारी चाही गई थी, मगर अमेजन प्रबंधन ने जानकारी नहीं दी और सहयोग नहीं किया। इसी के मद्देनजर आज मोवा, देवपुरी एवं डी.डी.नगर क्षेत्रान्तर्गत स्थित ऑफिस एवं गो-डाउन में एक साथ छापे की कार्रवाई की गई, और प्रबंधन को नोटिस देकर बटनदार चाकू लेने वाले ग्राहकों की जानकारी देने को कहा गया। पुलिस ने उन्हें चेतावनी दी है कि जानकरी नहीं देने पर यह माना जायेगा कि अमेजन, फ्लिप कार्ट इस प्रकार धड़ल्ले से नाबालिग एवं अपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों को धारदार बटनदार चाकू उपलब्ध कराकर चाकूबाजी के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।
इस मौके पर पुलिस के जवानों ने डिलीवरी के लिए आये हुए पार्सल की जांच भी की और पता लगाया कि अभी भी चाकू और अन्य घातक हथियार मंगाए जा रहे हैं या नहीं।
कार्रवाई बंद हुई और बढ़ने लगी घटनाएं
गौरतलब है कि ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स में अब भी बटनदार चाकू, सामान्य धारदार चाकू और अन्य घातक वस्तुएं बेचीं जा रही हैं। लगभग साल भर पहले तक राजधानी सहित प्रदेश भर की पुलिस द्वारा विशेष रूचि लेते हुए ऑनलाइन चाकू और धारदार वस्तुएं मंगाने वालों की सूची इन्हीं ऑनलाइन शॉपिंग करने वाली साइट्स से जानकारी मांगकर नियमित तौर पर अभियान चलाकर हजारों की संख्या में इनकी जब्ती की गई। साथ ही ऐसे हथियार मंगाने वालों को चेतावनी देकर छोड़ा गया। इस मामले में नियमित तौर पर आगे कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिसका नतीजा यह निकला कि शॉपिंग साइट्स धड़ल्ले से इनकी बिक्री करते रहे और लोग इसकी ऑनलाइन खरीदी करते रहे। इसका नतीजा सामने है। लगातार हर रोज चाकूबाजी की घटनाएं हो रही है और लोग मारे भी जा रहे हैं।
पुलिस ने गणेश पूजा और विसर्जन के दौरान चलाये गए तलाशी अभियान के दौरान भी युवाओं और नाबालिगों से बड़ी संख्या में चाकू की जब्ती की है। अब पुलिस ने फिर से सक्रियता दिखाते हुए शॉपिंग साइट्स से चाकू मंगाने वालों की जानकारी मांगी, मगर नहीं दिए जाने के बाद पुलिस ने कठोर रुख अपनाया है। माना जा रहा है कि सूची मिलने के बाद एक बार फिर से ऐसे हथियारों की जब्ती का दौर शुरू हो जायेगा।