0 आवासीय विद्यालय में सुविधाओं का है अभाव, शिकायत करने पर मिलती है धमकी

रायपुर। राजधानी के सद्दू में संचालित प्रयास आवासीय विद्यालय में पिछले कई दिनों से पढ़ाई नहीं होने और व्याप्त समस्याओं से गुस्साए छात्रों ने रैली निकाल कर शासन से कार्यवाही की मांग की।

सैकड़ों छात्रों ने एक साथ निकाली रैली

शासन के सड्डू स्थित प्रयास विद्यालय में लगभग 700 बच्चे अध्ययनरत हैं। इनमे से करीब पांच सौ से अधिक बच्चे आज स्कूल लगने से पहले ही विरोध पर उतर गए। हाथों में बैनर पोस्टर लिए ये बच्चे विधानसभा की ओर जाने वाले मार्ग पर निकल पड़े ।

छात्रों ने बताया कि विद्यालय में करीब डेढ़ माह से पढ़ाई बाधित है। दरअसल प्रयास विद्यालयों का प्रबंधन आदिवासी विकास विभाग के अधीन है, वहीं यहां शिक्षक उपलब्ध करने का जिम्मा निजी संस्थाओं को दिया गया है। सड्डू स्थित विद्यालय में चौखंभ इंस्टिट्यूट को टीचर्स मुहैया करने का जिम्मा दिया गया है। मगर छात्रों का कहना है कि संस्था ने अच्छे शिक्षकों को काम से हटा दिया है। वही दूसरे कई शिक्षक भी पढ़ाने नहीं आ रहे हैं। आने वाले दिन त्यौहारी अवकाश के होने जा रहे हैं। खासकर 10-12 वीं बोर्ड कक्षाओं के बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।

आज सुबह जब शिक्षक अपनी कारों में स्कूल पहुंचे तब तक बच्चे रैली निकाल सड़क पर आ चुके थे। यह देखते ही कुछ कार सवार शिक्षक इन्हें रोकने और वापस स्कूल चलने के लिए दौड़े। मगर बच्चे इनसे बचते हुए आगे बढ़ते रहे। बच्चों के इस‌ स्वस्फूर्त प्रदर्शन ने स्कूल शिक्षा सचिव, डीपीआई, डीईओ की ‌नाक के नीचे राजधानी में चल रहे प्रयास आवासीय विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। छात्रों को किसी तरह विधानसभा भवन में प्रवेश करने से रोका गया।

स्टडी मटेरियल भी नहीं मिलता

प्रयास विद्यालय में अध्ययनरत छात्रों ने बताया कि प्रतियोगी परीक्षाओं के तैयारियों के लिये क्लास चौखंभ इंस्टिट्यूट द्वारा चलाया जाता है। बच्चों ने JEE की तैयारी के लिए प्रयास विद्यालय में एडमिशन लिया था, लेकिन छात्रों को न तो किताबें, परीक्षा की तैयारी के लिए मटेरियल न ही सही पढ़ाई कराई जाती है। जिससे पिछले कुछ सालों में प्रयास से JEE क्वालीफाई करने वाले विद्यार्थियों की संख्या कम हुई है।

स्कूल में स्मार्ट क्लास के लिए प्रोजेक्टर्स महज दिखावे के लिए लगाए गए हैं। इनमें से अधिकांश काम नहीं करते। सैकड़ों छात्रों के लिए हॉस्टल में 12 बाथरूम और टॉयलेट्स का निर्माण हुआ है लेकिन इनमें से सिर्फ तीन ही उपयोग करने लायक हैं। टूटे नल, सीवरेज सिस्टम, बारिश में पानी टपकने, टूटे दरवाजे और लाइट्स से संबधित कई समस्या हैं। जिनकी शिकायत छात्रों ने दर्जनों आवेदन में किया है. हॉस्टल में डॉक्टर भी ऐसा उपलब्ध कराया गया है जो सही से स्वास्थ्य की जांच नहीं करते और हर समस्या पर पैरासिटमोल देकर भेज देते हैं। बच्चों ने कहा यदि कोई छात्र की तबीयत गंभीर हो जाये तो ऐसे समय में सही इलाज मिलना भी मुश्किल है।

प्राचार्य और प्रशासकीय अधिकारी पर लगाए आरोप

इन छात्रों ने सड्डू रायपुर के प्रयास आवासीय विद्यालय के प्रशासकीय अधिकारी मंजुला तिवारी और प्रिंसिपल प्रमिला शुक्ला पर डराने-धमकाने और अभद्र व्यवहार करने के गंभीर आरोप लगाए।

छात्रों ने स्कूल प्रबंधन के अधिकारियों पर आरोप लगाया कि जब अपनी समस्याओं के साथ पहुंचते हैं तो लिखित में शिकायत मांगी जाती है। जब लिखित में शिकायत की जाती है तब उन आवेदनों को किनारे कर दिया जाता है। इसे लेकर प्रयास के विद्यार्थियों द्वारा प्रिंसिपल ऑफिस का घेराव भी किया जा चुका है। लेकिन शिकायत करने पर अधिकारी बच्चों को ट्रांसफर करने की धमकी देतेहैं।

छात्रों ने ये भी आरोप लगाया कि साल में दो-तीन बार निरीक्षण पर आए अधिकारियों को बाहर से ही चाय पिलाकर भेज दिया जाता है, जिससे स्कूल और हॉस्टल की स्थिति ही अधिकारियों तक नहीं पहुंच पाती है।

छात्रों ने सहायक आयुक्त से किया जवाब-तलब

छात्रों द्वारा प्रदर्शन की सूचना पर यहां पहुंचे आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त विजय सिंह कंवर खुद छात्रों के सवालों के घेरे में आ गए। दरअसल, निरीक्षण करने वाले अधिकारियों में से विजय सिंह कंवर भी शामिल थे, जिनसे छात्रों ने सवाल पूछा कि हमारी समस्या जानने आप हमसे न मिलकर अधिकारियों के साथ चाय पी कर ही चले जाते हैं और हमसे मिलने की कोशिश भी नहीं करते। बच्चों ने पूछा कि बिना हमसे फीडबैक लिए हॉस्टल और स्कूल की स्थिति कैसे जान पाते हैं। इस पर अधिकारी कंवर ने छुट्टी के बाद निरीक्षण पर आने की बात कही और बच्चों से अब उनकी सारी समस्याओं के समाधान करने का आश्वासन देने लगे।

छात्रों ने रखी ये मांगें

छात्रों ने आदिम जाति विकास विभाग के सचिव के नाम अपनी समस्याओं और मांग के लिए ज्ञापन भी सौंपा। जिसमें छात्रों ने इन विषयों की अपनी मांग रखी :

0 स्कूल के प्रशासकीय अधिकारी और प्रिंसिपल को तत्काल हटाया जाय
0 स्कूल में संचालित चौखंभ इंस्टिट्यूट के री- टेंडर को रोका जाये
0 स्कूल की व्यवस्था को तत्काल दुरुस्त किया जाये
0 स्कूल में एक्सपेरिएंस्ड डॉक्टर को तत्काल नियुक्त किया जाए
0 लैब्स, लाइब्रेरी और अन्य स्टडी मटेरियल आवश्यकता अनुरूप सही समय पर उपलब्ध हों
0 मैथ्स के निकाले गए टीचर को तत्काल वापस लाया जाये

जॉइंट कमेटी बनाकर की जाएगी जांच

प्रयास आवासीय स्कूल के छात्रों का ज्ञापन लेने पहुंचे आदिम जाति विकास विभाग के सहायक आयुक्त ने बताया कि जांच के लिए कमेटी बनाई जा रही है। आज ऑर्डर जारी कर जांच टीम बनाई जाएगी, जिसमें क्लास वन के अधिकारी रहेंगे। जांच के आधार पर बच्चों की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।

राजधानी में 4 आवासीय विद्यालय हैं संचालित

सहायक आयुक्त विजय सिंह कंवर ने TRP न्यूज़ को बताया कि रायपुर जिले में सड्डू और गुढ़ियारी में 4 आवासीय विद्यालय चलाये जा रहे हैं। इनमे से दो जनरल कैटेगरी के लिए, एक बॉयज OBC के लिए और एक गर्ल्स SC वर्ग की छात्राओं के लिए संचालित हैं। प्रदेश भर में आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं में मेरिट के आधार बच्चों को इनमे प्रवेश दिया जाता है। उन्होंने दावा किया हर वर्ष आवासीय विद्यालयों के अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। पिछले वर्ष ही यहां से कई छात्र-छात्राओं ने मेडिकल, डेंटल, IIT, NIT और ट्रिपल आईटी की प्रवेश परीक्षा में सफलता हासिल की है। कंवर ने कहा कि जांच के दौरान संस्था में जो भी खामियां उजागर होंगी, उसे पूरी तरह दुरुस्त किया जायेगा।