0 कोर्ट ने लिया था स्वतः संज्ञान
बिलासपुर। तुर्काडीह, बिलासपुर के सरकारी स्कूल में करंट और जर्जर छत के कारण बच्चों की सुरक्षा पर मंडराते खतरे के मामले में हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। शिक्षा विभाग ने कोर्ट को यह जानकारी दी कि स्कूल के ऊपर से गुजरने वाले अवैध बिजली कनेक्शन के तारों को हटा दिया गया है और छत की मरम्मत का कार्य जारी है।
गौरतलब है कि इससे पहले, चीफ जस्टिस ने मामले पर स्वतः संज्ञान लेते हुए सुनवाई शुरू की थी। अदालत ने स्कूल शिक्षा विभाग को व्यक्तिगत शपथपत्र प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए थे। कोर्ट ने स्कूल भवन के चारों ओर अवैध बिजली कनेक्शन के तारों की स्थिति पर गहरी चिंता जताई, क्योंकि इससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता था।
बिलासपुर में संचालित इस स्कूल में 139 बच्चे पढ़ते हैं। ग्रामीणों द्वारा पास के ट्रांसफार्मर से अवैध कनेक्शन लिए गए थे, और वे तार स्कूल की छत को छूते हुए गुजर रहे थे। इसी कारण छत में करंट आने की स्थिति बनी हुई थी, जिससे बच्चों की जान को खतरा था।
दरअसल शिक्षा और बिजली विभाग को इस समस्या की शिकायत मिलने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिसकी खबर अखबारों में प्रकाशित हुई और बताया गया कि स्कूल का भवन भी काफी जर्जर स्थिति में है, जिससे खतरा और बढ़ गया है। कोर्ट ने मामले में विभागों की लापरवाही पर नाराजगी जताते हुए जल्द सुधारात्मक कदम उठाने के निर्देश दिए।