पटना। अब तक एक अभियान रहा जन सुराज गांधी जयंती पर राजनीतिक दल के स्वरूप में परिवर्तित हो गया है। पटना का वेटनरी कॉलेज का परिसर इसका साक्षी बना। प्रशांत किशोर ने मंच से जन सुराज पार्टी की घोषणा की।

मंच से लोगों को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि पिछले 2-3 सालों से जन सुराज अभियान चल रहा है। लोग पूछ रहे थे कि दल कब बनेगा तो इसको लेकर आज हम सभी जुटे हैं। अब चुनाव आयोग द्वारा जन सुराज अभियान को पार्टी के रूप में स्वीकार कर लिया गया है।

पार्टी के अध्यक्ष के नाम पर लगी मुहर

अभी तक पार्टी के अध्यक्ष के नाम का ऐलान किया गया है। दलित समाज से आने वाले मनोज भारती पार्टी अध्यक्ष होंगे। अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। प्रशांत किशोर ने कहा कि उनकी पार्टी में ऐसे लोगों का स्वागत है, जो बिहार में परिवर्तन लाना चाहते हैं। उन्होंने दावा किया कि पिछले 30-35 साल में जनता ने सब पार्टियों को चुनकर देख लिया, लेकिन कोई उनकी उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी।

पटना के वेटरनरी ग्राउंड में प्रशांत किशोर ने अपनी पार्टी जन सुराज का औपचारिक ऐलान किया। पीके अपने शेखपुरा वाले घर से पदयात्रा करते हुए वेटरनरी ग्राउंड पहुंचे। इस दौरान उनके साथ बड़ी संख्या में समर्थक भी थे। मंच से संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि आप सभी को ‘जय बिहार’ इतनी जोर से बोलना है कि कोई आपको और आपके बच्चों को बिहारी न कहे और यह एक गाली जैसा लगे। आपकी आवाज दिल्ली और बंगाल तक पहुंचनी चाहिए, जहां बिहार के छात्र हैं। इसे तमिलनाडु और बंबई तक पहुंचना चाहिए, जहां भी बिहारी बच्चों के साथ दुर्व्यवहार किया गया और उन्हें पीटा गया।

PK ने ‘जय-जय बिहार’ का नारा दिया

प्रशांत किशोर ने ‘जय-जय बिहार’ का नारा देते हुए कहा, ‘हम अपने जीवनकाल में एक ऐसा बिहार बनाएंगे कि देश और दुनिया में कोई उसे गाली नहीं दे पाएगा। जन सुराज का उद्देश्य है कि बिहार को उसका गौरव वापस मिल सके। लेकिन, कई लोग हमसे यह पूछेंगे कि हमारे विचार क्या हैं, हम वामपंथी हैं या फिर दक्षिणपंथी। हमारी सभा में समाजवादी, अंबेडकरवादी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और मुस्लिम समाज के लोग भी आए हैं। जन सुराज की विचारधारा मानवता है और इससे बढ़कर हमारे लिए कुछ और नहीं है।’

पार्टी बनाने से पहले 5000 KM की पदयात्रा

पीके ने दावा किया है कि एक करोड़ सदस्यों के साथ पार्टी का गठन किया जाएगा। इस दौरान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष, नेतृत्व परिषद और संविधान की भी घोषणा की जाएगी। पार्टी की घोषणा से पहले प्रशांत किशोर 17 जिलों का दौरा कर चुके हैं। इस दौरान वे 5000 KM की पदयात्रा के साथ 5 हजार 500 गांवों में चौपाल और सभाएं कर चुके हैं। प्रशांत किशोर ने पलायन से लेकर बेरोजगारी, शिक्षा और पिछड़ेपन जैसी समस्याओं को पार्टी का मुद्दा बनाया है।

इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रसाद यादव, राजनयिक से नेता बने पवन वर्मा और पूर्व सांसद मोनाजिर हसन सहित कई जानी मानी हस्तियां मौजूद थीं. किशोर ने चंपारण से राज्य की तीन हजार किलोमीटर से अधिक लंबी पदयात्रा शुरू करने के ठीक दो साल बाद इस पार्टी का गठन किया, जिसका उद्देश्य लोगों को प्रदेश में एक नया राजनीतिक विकल्प देकर उन्हें संगठित करना है. चंपारण से ही महात्मा गांधी ने देश में पहला सत्याग्रह शुरू किया था.

सत्ता में आते ही एक घंटे के अंदर शराबबंदी खत्म

पीके ने कहा कि शराबबंदी के कारण हर साल 20000 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है. मैं फिर से कहता हूं कि जन सुराज के सत्ता में आते ही एक घंटे के अंदर शराबबंदी खत्म कर दी जाएगी. बता दें कि प्रशांत किशोर अपने पूर्व मार्गदर्शक और मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस कदम के कटु आलोचक कहे जाते हैं. उन्होंने कहा कि हमें विशेष दर्जे के खोखले नारे नहीं चाहिए. लेकिन हम बैंकों को बाध्य करेंगे कि वे राज्य की जनता द्वारा जमा की गई बचत के अनुपात में राज्य को पूंजी उपलब्ध कराएं.