रायपुर। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार हिंसा मामले में कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव के खिलाफ पुलिस ने सीजेएम कोर्ट में 550 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है। यादव को डेढ़ दर्जन से अधिक गंभीर धाराओं के तहत आरोपित किया गया है। बता दें कि वे 17 अगस्त से जेल में बंद हैं, और इस मामले में अब तक कुल 185 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिसमें 13 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं।

चार दिन पहले अदालत ने यादव की न्यायिक रिमांड दो दिन के लिए और बढ़ा दी थी, क्योंकि पुलिस ने समय रहते चालान पेश नहीं किया था। देवेंद्र यादव ने आरोप लगाया था कि पुलिस जानबूझकर चालान में देरी कर रही है ताकि उनके खिलाफ नए आरोप गढ़े जा सकें।

5 अक्टूबर को पूरे हो रहे 90 दिन

5 अक्टूबर को 90 दिन पूरे हो जाएंगे, जिससे पहले पुलिस को चालान दाखिल करना अनिवार्य हो जाएगा। इसी बीच, देवेंद्र यादव के वकील ने जमानत के लिए हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है, हालांकि इससे पहले उनकी जमानत याचिका 10 और 17 सितंबर को खारिज हो चुकी है।

बता दें कि देवेंद्र यादव पर हिंसा भड़काने और भीड़ को उकसाने का आरोप है। पुलिस ने इस मामले में उन्हें चार बार नोटिस जारी किया, लेकिन यादव ने बयान देने से मना कर दिया। हालांकि, तीसरे नोटिस के बाद वे बलौदाबाजार के पुलिस अधीक्षक से मिले थे।

पुलिस के पास पर्याप्त सबूत

बलौदाबाजार पुलिस के उच्चाधिकारियों के अनुसार, देवेंद्र यादव के खिलाफ पुलिस के पास वीडियो फुटेज, गवाहों के बयान, और अन्य सबूत हैं, जिनके आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया है। बलौदाबाजार हिंसा के साथ ही देवेंद्र यादव के खिलाफ कोयला घोटाला और कथित MMS मामले की भी जांच चल रही है। भिलाई नगर पुलिस ने भी उन्हें बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया था, लेकिन यादव ने दोबारा थाने जाकर बयान दर्ज नहीं कराया। उन्होंने पुलिस को पहले से दिए गए बयान को पर्याप्त बताया है।