महापौर और नेता प्रतिपक्ष भी कर रहे चौपाटी का विरोध
रायपुर। राजधानी का बूढ़ातालाब एक बार फिर विवादों से घिर चुका है। बूढ़ातालाब का जिम्मा एक बार फिर एमएमपी वाटर स्पोर्ट्स कंपनी को मिला है। कंपनी यहां वह दानी गर्ल्स स्कूल के पिछली गेट के ठीक सामने चौपाटी का निर्माण करवा रही हैं और इसका गार्डन में वॉक करने वाले लोग विरोध कर रहे हैं। चौपाटी में रूफटॉप का निर्माण भी हो रहा है, जिसका खासकर स्कूली छात्राओं ने विरोध किया है।

लोगों का कहना है कि गार्डन में वॉकिंग के लिए दो पाथ बने हैं। एक ऊपर है, दूसरा नीचे। ऊपर वाली पाथ बड़ी है जिसपर चौपाटी बनाई जा रही है, इससे वॉक करने के लिए जगह बचेगी ही नहीं। चौपाटी बनेगी तो टेबल-कुर्सी रखी जाएंगी, जिससे नीचे वाली पाथ भी प्रभावित होगी और खाने-पीने की चीजें बनेंगी, छौंक-तड़का लगेगा तो यहां वॉक करना भी मुश्किल हो जाएगा।
दानी स्कूल की छात्राओं के साथ खेल अभ्यास करने वाली खिलाड़ियों ने इसका काफी विरोध किया है। उन्होंने कहा कि चौपाटी बनने से अनावश्यक रूप से असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रहेगा। आखिरकार इसे यहां बनाने की जरूरत क्या है, इतनी जगह है शहर में कहीं भी बना सकते हैं।
बूढ़ातालाब गार्डन की जिम्मेदारी पहले नगर निगम और स्मार्ट सिटी के हाथ में थी, जिसके बाद दिसंबर 2023 में पर्यटन को इसका जिम्मा दिया गया और पर्यटन विभाग की ओर से इसे एमएमपी वाटर स्पोर्ट्स कंपनी को सौंप दिया गया है।

महापौर एजाज ढेबर का कहना है कि बूढ़ातालाब में लोगों के लिए वॉक करने और बच्चों के खेलने के लिए गार्डन बनाया गया, जिसपर चौपाटी बनाई जा रही है, यह गलत है, मनमानी है। ऐसा नहीं होना चाहिए, इसका विरोध करता हूं।
नगर निगर नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे का कहना है कि शैक्षणिक स्थलों के आसपास चौपाटी जैसे सेटअप नहीं होने चाहिए। स्कूल में हजार से ज्यादा छात्राएं पढ़ती है और चौपाटी बनाने के लिए शहर में कई स्थान हैं। इसलिए दानी गर्ल्स स्कूल के पास हो रहे चौपाटी के निर्माण का हम विरोध करते हैं।
वहीं, इस पूरे मामले में पर्यटन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बूढ़ातालाब का जिम्मा अब निजी कंपनी को सौंपा जा चुका है।