रायपुर। खम्हारडीह थाना क्षेत्र के गायत्री नगर निवासी ठेकेदार प्रतीक सैम्युअल उर्फ सैम के सुसाइड का मामला अब तक पुलिस सुलझा नहीं पाई हैं। सुसाइड नोट में पेन ड्राइव में अहम सबूत होने का उल्लेख है जबकि प्रतीक के कमरे से गायब पेन ड्राइव, लैपटॉप और टैबलेट तीनों गायब हैं, जो अब तक पुलिस के हाथ नहीं लगे है। आत्महत्या करने से पहले प्रतीक ने खम्हारडीह थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी, वहीं फरवरी 2023 में टिकरापारा थाने में उसने शिकायत की थी।

मामले में शिकायत के आधार पर प्रतीक द्वारा लेनदेन की वजह से परेशान होकर खुदकुशी करने की बात सामने आ रही है। थाने में दर्ज शिकायत में भी आईपीएस की पत्नी का नाम है। फिलहाल खुदकुशी मामले में खम्हारडीह थाना पुलिस जांच कर रही हैं। सुसाइड नोट को हैंड राइटिंग एक्सपर्ट को भेजा गया है और उसमें जिन लोगों का नाम है, पुलिस उनसे पूछताछ करने की तैयारी में है। वहीं, अब तक प्रतीक की पोस्टमार्टम की रिपोर्ट नहीं आई है।
पुलिस विभाग में निर्माण कार्यों का ठेका लेने वाले 35 वर्षीय प्रतीक सैम्युअल ने 17 अक्टूबर को अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। सुसाइड नोट में आठ लोगों का नाम है और जो उसे प्रताड़ित किया उनका नाम भी लिखा गया है।
खम्हारडीह थाना में प्रतीक ने मोनिका के नाम से शिकायत की थी और उसमें मोनिका द्वारा प्रतीक से रूपये लेने का जिक्र है। वह पैसा लेती थी और वापस भी कर देती थी लेकिन एक बार पैसा वापस नहीं करने पर प्रतीक ने मोनिका पर प्रताड़ित करने और झूठे केस में फंसाने की धमकी देने का आरोप लगाया। शिकायत पर पुलिस ने कहा कि यह मामला हस्तक्षेप योग्य नहीं है और 155 का फैना काटकर दे दिया।
वहीं, प्रतीक ने पिछले वर्ष 17 फरवरी 2023 को पल्लवी के खिलाफ पुलिस विभाग में टेंडर दिलाने के नाम पर पैसे लेने का आरोप लगाया था। टेंडर नहीं दिला पाने की स्थिति में प्रतीक ने पैसा मांगा, जिस पर गुंडे भेजकर उसे धमकाया गया और मारपीट की गई, ऐसा आरोप है।
जिन लोगों का नाम सुसाइड नोट और शिकायत में लिखा गया है, उनमें से कुछ की मुलाकात तेलीबांधा के एक जिम में प्रतीक से हुई थी। प्रतीक ने उन्हें अपनी फर्म के बारे में बताया तो उन्होंने उसे टेंडर दिलाने की बात कही। सूत्रों के अनुसार टेंडर दिलाने के एवज में उससे पैसे लिए जाते थे।
प्रतीक ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है –
मेरा नाम प्रतीक सैमुएल है मैं अपनी लाइफ से तंग आ गया हूं। कुछ लोग हैं जो मुझे जीने नहीं दे रहे हैं मुझे झूठे केस में फंसाने की कोशिश की जा रही है, मेरे सुसाइड करने का कारण यह लोग हैं।
इन लोगों ने मुझे 27 लाख रुपए लिए हैं और अब वापस देने से मना कर दिए। मैं एफआईआर करने भी गया था मगर मुझे कहा गया कि नहीं लड़ाई कर पाओगे कोर्ट में। मुझे गालियां देकर भगा दिया गया। फिर मुझे जान से मारने की कोशिश की गई जिसकी वीडियो पेन ड्राइव में है। अब मुझे अक्सर धमकियां आ रही है, मुझे झूठे केस में फंसाने की बहुत कोशिश की जा रही है। बहुत से पुलिस वाले मुझे चमका रहे हैं कि रायपुर छोड़कर चले जा। सरकारी काम दिलाने के नाम पर मुझसे एडवांस लिया गया था मुझे अब रायपुर में काम भी नहीं लेने दे रहे है।
मैंने पल्लवी और पार्थ को गलत काम करते हुए देख लिया था। उनको डर था कि मैं उनके हस्बैंड को ना बता दूं इसलिए दोनों ने मिलकर मुझे जान से मारने की कोशिश की और अब मुझे इतना परेशान कर दिए हैं कि मैं सुसाइड करने जा रहा हूं क्योंकि अगर मैं जिंदा रहा तो यह लोग मेरा मर्डर कर देंगे या किसी झूठे केस में फंसा देंगे। इस सुसाइड की कॉपी में पीएचक्यू भी भेज रहा हूं और ह्यूमन राइट कमीशन को भी।
- पीएचक्यू भेजने का कारण ताकि मेरा लेटर कोई गायब न कर पाए।
- ह्यूमन राइट्स को भेजने का कारण ताकि ऐसा और किसी के साथ ना हो।