बलरामपुर। बलरामपुर में स्वास्थ्यकर्मी गुरुचंद मंडल की मौत के मामले में हालात बिगड़ता ही जा रहा हैं। इसी घटना को लेकर आज फिर से बड़ा बवाल हुआ है, यहां पुलिस और ग्रामीणों के बीच जबरदस्त टकराव देखने को मिला। दरअसल, पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में मृतक के डेड बॉडी को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा था, तभी ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए पथराव कर दिया, जिसमें एडिशनल एसपी निमिशा पांडे घायल हो गईं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने घटनास्थल पर बड़ी संख्या में पुलिस के जवान तैनात हैं।

यह मामला उस वक्त भड़का जब गुरुचंद मंडल का शव बलरामपुर के कोतवाली थाने के बाथरूम में फांसी पर लटका हुआ मिला। इस खबर के फैलते ही स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों और मृतक के परिवारजनों में आक्रोश बढ़ गया। सैकड़ों की संख्या में लोगों ने थाने का घेराव किया और पथराव कर थाने के परिसर में खड़ी कई गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले दागने पड़े।

बता दें कि गुरुवार दोपहर को बलरामपुर के कोतवाली थाना के बाथरूम में एनएचएम के कर्मचारी गुरुचंद मंडल की फांसी के फंदे पर लटकी लाश मिली, जिससे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। इस खबर के फैलते ही स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों और मृतक के परिवारजनों में आक्रोश बढ़ गया। सैकड़ों लोगों की भीड़ ने थाने में पथराव किया, वहीं परिसर में खड़ी गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की। आक्रोश इतना बढ़ गया कि स्थिति को काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले भी दागने पड़े.

मृतक के पिता ने पुलिस पर मारपीट का लगाया आरोप

इस मामले में मृतक गुरु चरण के पिता शांति मंडल ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि बहू के लापता होने के बाद पुलिस वालों के बुलाने पर हम लोग थाने गए थे, जहां हमारे साथ मारपीट की गई है। बेटे को भी मारे हैं और 17 साल के नाती को मारने की भी धमकी दिए है। मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने मारपीट का जख्म भी दिखाया।

गौरतलब है कि इस मामले में थाना प्रभारी प्रमोद रूसिया और आरक्षक अजय यादव को निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई बलरामपुर-रामानुजगंज एसपी ने की है।

कांग्रेस ने बनाई जांच समिति

बलरामपुर के कोतवाली थाना के बाथरूम में एनएचएम के कर्मचारी गुरुचंद मंडल की आत्महत्या मामले में कांग्रेस ने 8 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है, जिसमें डॉ. अजय तिर्की को संयोजक और सफी अहमद, राजेन्द्र तिवारी, के.पी. सिंह , मधु गुप्ता, लाल साय, सीमा सोनी, दिनेश यादव जांच समिति के सदस्य बनाया गया है।