अम्बिकापुर। बलरामपुर जिले के कोतवाली थाने के लॉकअप में स्वास्थ्यकर्मी की मौत के बाद पीसीसी चीफ आज बलरामपुर दौरे पर रहे। पुलिस कस्टडी में गुरूचरण मंडल की मौत हो गई थी। शनिवार को बलरामपुर के संतोषी नगर में मृतक के परिजनों से मुलाकात करने पहुंचे दीपक बैज ने आरोप लगाए कि युवक ने आत्महत्या नहीं की बल्कि उसकी हत्या की गई है।

पीसीसी चीफ दीपक बैज के सामने मृतक के परिजनों ने पुलिस पर प्रताड़ना का आरोप लगाया। बैज बोले यह सरकार छत्तीसगढ़ की जनता के खून की प्यासी है। प्रदेश में अराजकता का है माहौल है, कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार न्याय को मिलना चाहिए।

छत्तीसगढ़ के हालात के बीच राष्ट्रपति के दौरे पर बोलते हुए पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ को इस सरकार ने दूसरा मणिपुर बना दिया है। इस सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए।

दीपक बैज ने आरोप लगाया कि गुरू चरण मंडल ने थाने में आत्महत्या नहीं की बल्कि उसे पुलिस द्वारा थाना में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई है. उसे मार दिया गया है। उसके बाद आत्महत्या का रूप देने का प्रयास किया गया है। ये लगभग स्पष्ट रूप से क्लियर हो चुका है, क्योंकि ऐसा कौन सा नियम है और कानून में लिखा हुआ है कि लगातार चार दिन तक मृतक के पिता और उनके समधी तीन लोगों को थाना में रखा गया। क्या चार दिनों तक थाने में रख सकते हैं। मृतक के पिता को भी बेरहमी से मारा गया है।

शव का किया गया अंतिम संस्कार

गुरु चरण मंडल की मौत के बाद तीसरे दिन परिजनों और प्रशासन के अधिकारियों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार करते हुए शव को दफनाया गया है, लेकिन अब इस मामले में राजनीति गर्माने लगी है।

फंदे पर लटका मिला था युवक का शव

कोतवाली थाने की हिरासत में रखे गए युवक का शव फंदे से लटका मिला था, जिस शख्स की लाश कोतवाली थाने से मिली है उसका नाम गुरुचरण मंडल था। मृतक युवक बलरामपुर जिला अस्पताल में चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी था। कोतवाली थाने में गुरुचरण मंडल की लाश मिलने के खबर फैलते ही कोतवाली थाने के बाहर भारी भीड़ जमा हो गई। नाराज लोगों ने जमकर हंगामा किया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।

बीजेपी ने दिया आरोपों का जवाब

कांग्रेस पार्टी द्वारा लगाए गए आरोपों पर मंत्री तोखन साहू ने पलटवार किया है। तोखन साहू ने कहा कि कांग्रेस ने अपने शासन में किस तरह का काम किया है पहले वो देखे। कांग्रेस को आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबां में झांककर देखना चाहिए। कांग्रेस शासन में कोल लेवी स्कैम, महादेव ऑनलाइन सट्टा, गोबर घोटाला और डीएमएफ घोटाला जैसी चीजें हुई हैं। बलरामपुर की घटना को लेकर जो भी दोषी होगा, उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके बारे में कांग्रेस को चिंता करने की जरुरत नहीं है।