रायपुर। पूर्व आईएएस अधिकारी डॉ. आलोक शुक्ला ने जयसवाल निको में बतौर डॉक्टर अपनी सेवाएं देंगे। सूत्रों के हवाले से खबर है कि उन्होंने हाल ही में प्रैक्टिश्नर डॉक्टर के रूप में निको में पदभार संभाला है।
डॉक्टर आलोक शुक्ला जब नागरिक आपूर्ति निगम में अफसर थे, तब प्रदेश में नान घोटाला भी सामने आया था। फर्जी राशन कार्ड से कई टन राशन बांटे जाने जैसे आरोप लगे थे। तब प्रदेश में भाजपा की सरकार थी। भाजपा सरकार पर कांग्रेस ने कई आरोप लगाए थे। आलोक शुक्ला को तब पद से हटा दिया गया था।
2018 में प्रदेश की सियासी हालात बदले, कांग्रेस सत्ता में आई और फिर से आलोक शुक्ला को प्रमुख पद दिए गए। इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी आलोक शुक्ला के खिलाफ कई तरह के सवाल भी उठाती रही है। आलोक शुक्ला ने स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव के पद पर अपनी सेवाएं दी। अपने कार्यकाल के दौरान पढ़ाई तूहंर द्वार, ऑनलाइन क्लासेस के कई यूनीक कॉन्सेप्ट पर काम किया।
स्टेटस से मचा था हड़कंप
3 साल पहले डॉ. आलोक शुक्ला का एक व्हाट्सऐप स्टेटस चर्चा में रहा, जिसमें उन्होंने लिखा, मेरा फोन टैप हो रहा है, अपने रिस्क पर ही मुझे मैसेज करें। एक प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारी का ऐसा स्टेटस वायरल हो गया और इसे लेकर कई सवाल खड़े हुए थे।
कई महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी
1986 बैच के आईएएस अधिकारी डॉ. शुक्ला को सेवानिवृत्ति के बाद 2020 में संविदा पर नियुक्त किया गया था। उनकी संविदा मई 2023 में खत्म हो गई थी, लेकिन सरकार ने इसे एक साल और बढ़ाते हुए उन्हें शिक्षा और कौशल विकास जैसे महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी दी है।
डॉ. आलोक शुक्ला स्कूल शिक्षा के साथ कौशल विकास विभाग के प्रमुख सचिव के तौर पर दायित्व भी संभाल चुके हैं।