टीआरपी डेस्क। छत्तीसगढ़ में आज से 3100 रुपये प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य पर 2739 केंद्रों में धान खरीदी शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने घोषणा की है कि इस बार किसानों को 72 घंटों के भीतर भुगतान किया जाएगा। प्रदेश में कुल 27 लाख किसान पंजीकृत हैं, जिनमें इस वर्ष 1 लाख 35 हजार नए किसानों का पंजीकरण हुआ है। साथ ही, 36 हजार 263 हेक्टेयर नए रकबे को भी जोड़ा गया है।

केंद्रों पर बायोमेट्रिक सुविधा

धान खरीदी में पारदर्शिता और सहूलियत के लिए सभी केंद्रों में बायोमेट्रिक डिवाइस लगाई गई है, जिससे छोटे और बड़े किसान दोनों समर्थन मूल्य पर धान बेच सकेंगे। मुख्यमंत्री ने बालोद जिले के भाठागांव बी केंद्र से इस वर्ष की धान खरीदी का शुभारंभ किया।

धान खरीदी का शेड्यूल और टोकन वितरण

किसानों को 7 नवंबर से टोकन दिए जा रहे हैं। लघु और सीमांत किसान 2 टोकन, जबकि बड़े किसान 3 टोकन ले सकेंगे। धान खरीदी 14 नवंबर 2024 से 31 जनवरी 2025 तक चलेगी। खरीदी केंद्रों पर इलेक्ट्रॉनिक तौल कांटे, बारदाना, और पेयजल की सुविधा का भी इंतजाम किया गया है।

शिकायत और निवारण के लिए हेल्पलाइन

धान खरीदी केंद्रों पर शिकायतों के समाधान के लिए सरकार ने हेल्पलाइन नंबर 0771-2425463 जारी किया है और मुख्यालय स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किया है। किसानों को भुगतान की सुविधा के लिए माइक्रो एटीएम की व्यवस्था भी की गई है। सरकार का कहना है कि धान बेचने के 72 घंटे के भीतर किसानों के बैंक खाते में भुगतान हो जाएगा।

सीमावर्ती जिलों में विशेष निगरानी

बाहर से आने वाले धान पर रोक के लिए सीमावर्ती जिलों में चेक पोस्ट लगाए गए हैं। जिला प्रशासन ने मंडी एक्ट के तहत अधिकृत व्यापारियों की सूची भी तैयार की है। मार्कफेड राज्य स्तर पर कंट्रोल सेंटर से राइस मिलों और धान खरीदी केंद्रों की रियल टाइम निगरानी करेगा।