रायपुर। छत्तीसगढ़ में पूर्व की कांग्रेस सरकार द्वारा किसानों का धान 2500 रूपये प्रति एकड़ की दर से खरीदा गया। इसके बाद सत्तारूढ़ हुई भाजपा की सरकार ने 3100 रूपये प्रति क्विंटल धान खरीदना शुरू कर दिया है। माना जा रहा है कि देश में धान की यह सर्वाधिक सरकारी कीमत है। इसे देखते हुए पूरे प्रदेश में बिचौलिए सक्रिय हो गए हैं, जो दूसरे प्रदेशों का धान लाकर यहां खपा रहे हैं। अधिकांश जिलों में प्रशासन द्वारा गठित टीमें छापामार कार्रवाई कर रही हैं, वहीं तस्करी को रोकने के लिए कई स्थानों पर नाके भी बनाये गए हैं।
उड़ीसा का धान खपा रहे हैं छत्तीसगढ़ में
छत्तीसगढ़ का रायगढ़ जिला उड़ीसा राज्य से सटा हुआ है। यहां के कलेक्टर कार्तिकेया गोयल के निर्देश पर जिले में दूसरे राज्य से आने वाले अवैध धान तथा कोचियों, बिचौलियों द्वारा धान की अवैध खरीदी एवं बिक्री पर लगातार कार्यवाही की जा रही है। खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में अवैध धान के परिवहन एवं भण्डारण के दौरान जिले में अब तक 25 प्रकरण में 1736.40 क्विंटल धान जप्त करते हुए मंडी एक्ट के तहत कार्यवाही की गई है।
दुकानदार ने स्टॉक कर रखा था धान
रायगढ़ जिले की खाद्य विभाग की टीम ने तहसील तमनार के ग्राम कसडोल में युधिष्ठिर साहू के मकान सह दुकान से 688 बोरी मोटा पुराना धान वजन 267.20 क्विंटल जब्त किया। जिसमें तहसीलदार, नायब तहसीलदार तमनार, मंडी उप निरीक्षक, वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी एवं खाद्य निरीक्षक तमनार के द्वारा संयुक्त रूप से मंडी एक्ट के तहत कार्यवाही की गई। बता दें कि 14 नवंबर से शुरू हुई धान खरीदी के दौरान अवैध धान की आवक रोकने सीमावर्ती इलाकों में 14 स्थानों पर चेक पोस्ट बनाए गए हैं। जहां 24 घंटे मॉनिटरिंग के लिए निगरानी दल तैनात है।
यहां अब तक की गई कार्यवाही में 25 प्रकरण में 1736.40 क्विंटल अवैध धान जप्ती की जा चुकी है।
उधर उड़ीसा के दूसरे इलाके से सटे हुए छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में कलेक्टर विनय कुमार लंगेह के निर्देश पर अवैध धान की तस्करी पर प्रभावी कार्रवाई तेज कर दी गई है। यहां एक दिन पूर्व ही अवैध धान भण्डारण एवं रबी फसल धान का विक्रय करने वाले 4 प्रकरणों पर कार्रवाई की गई। जिसमें कुल 331 बोरा (132.40 क्विंटल) धान जप्त किया गया।
महासमुंद जिले में 26 नवम्बर तक कुल 54 प्रकरणों पर कार्रवाई की गई हैं। जिसमें एक प्रकरण अंतर्राज्यीय तथा 53 प्रकरण राज्यीय है। कार्रवाई में 12779 बोरा धान (5098.6 क्विंटल) जप्त किया गया है। इस दौरान अवैध धान परिवहन में संलिप्त 04 वाहनों को भी जप्त किया गया है।
इसी तरह जशपुर जिले में भी इस तरह की कार्रवाई जारी है। यहां के सन्ना इलाके में प्रशासन की टीम ने 300 बोरी अवैध धान जब्त करने की कार्रवाई की है। विपणन अधिकारी अजय ठाकुर ने बताया कि सन्ना के व्यवसायी नीलेश गुप्ता के पास बड़ी मात्रा में धान भंडारित होने की सूचना प्रशासन को मिली थी। कलेक्टर रोहित व्यास के निर्देश पर सन्ना के तहसीलदार, खाद्य निरीक्षक, आरआई और पटवारी की संयुक्त टीम जांच के लिए पहुंची। टीम ने यहां से 300 बोरी धान को जब्त करने की कार्रवाई की है।
बॉर्डर पर बनाये गए हैं चेक पोस्ट
छत्तीसगढ़ में धान की तस्करी को रोकने के लिए बार्डर पर चेक पोस्ट बनाये गए हैं। इसमें ओडिशा, झारखंड, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र आदि राज्यों की सीमा पर जांच की जा रही है। बावजूद इसके बिचौलिए अलग-अलग रास्तों से चोरी छिपे दूसरे राज्यों से धान ला रहे हैं। प्रशासन की टीमों द्वारा की जाने वाली छापामार कार्रवाई में जिस तरह धान की जब्ती हो रही है उससे इस बात का खुलासा होता है।