रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गौ सेवा को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। सोमवार को राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष पदभार ग्रहण समारोह में सीएम ने गौशालाओं के लिए अनुदान राशि में बढ़ोतरी की घोषणा की। गायों के चारे के लिए अब 25 रुपये की जगह 35 रुपये दिए जाएंगे। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में डिप्टी सीएम विजय शर्मा और अरुण साव भी मौजूद रहे। समारोह में विशेषर सिंह पटेल ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच आयोग के नए अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गौ माता हमारी समृद्धि का प्रतीक है। ऐसा माना जाता है कि गौ माता में 33 कोटि देवी देवताओं का वास होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गौ अभ्यारण्य को गौ-धाम कहना उचित होगा। राज्य सरकार द्वारा जगह जगह गौ -धाम बनाने का निर्णय किया गया है। बेमेतरा जिले के झालम में 50 एकड़ में गौ-धाम बनकर तैयार है, जल्द ही इसका उदघाटन किया जाएगा। इसी तरह कवर्धा जिले में 120 एकड़ में गौ-धाम बनाने का काम तेजी से चल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने और छत्तीसगढ़ के देवभोग ब्रांड को मजबूत बनाने का काम किया जा रहा है। राज्य सरकार का प्रयास होगा कि गौ माता सुरक्षित रहें। गौ तस्करी और गौ हत्या पर पाबंदी लगाने के लिए सख्ती से कदम उठाए जा रहे हैं।

गौ माता को राज्य माता का दर्जा दिलाने का प्रयास

पदभार संभालने के बाद विशेषर सिंह पटेल ने कहा कि उनकी प्राथमिकता गौ माता को ‘राज्य माता’ का दर्जा दिलाना होगी। उन्होंने कहा, राज्य, समाज और जनता की खुशहाली गौ माता के कल्याण से ही संभव है। उन्होंने गौशालाओं के विकास, अनुदान में वृद्धि और आधुनिक सुविधाओं की व्यवस्था पर जोर देते हुए हरसंभव प्रयास करने का संकल्प लिया।

24 घंटे गौ सेवा का संकल्प

विशेषर सिंह पटेल ने कहा कि गौ सेवा और सुरक्षा के लिए वे 24 घंटे काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने अपनी सेवा भावना के तहत छत्तीसगढ़ को गौ सेवा और रक्षा के क्षेत्र में एक मिसाल बनाने का वादा किया। पटेल ने कहा, हमारा प्रयास होगा कि छत्तीसगढ़ की पहचान पूरे भारत में गौ सेवा के नाम से हो।

गौशालाओं के विकास की ओर कदम

नए अध्यक्ष ने गौशालाओं को बेहतर बनाने और आधुनिक सुविधाओं से लैस करने के लिए सरकार के साथ मिलकर काम करने का भरोसा दिलाया। उन्होंने उपस्थित जनता से भी सहयोग की अपील की ताकि छत्तीसगढ़ गौ सेवा के क्षेत्र में एक मिसाल बन सके।